- जीकेसी की पहल: गो ग्रीन प्रोजेक्ट के तहत बच्चों ने किया वृक्षारोपण
- पर्यावरण संरक्षण मुहिम में शामिल ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस: रागिनी रंजन
- पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हमारा परम दायित्व: राजीव रंजन
जितेन्द्र कुमार सिन्हा।
पटना (बिहार)। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के गो ग्रीन प्रोजेक्ट के तहत पर्यावरण सप्ताह के चौथे दिन पटना से सटे चंडासी गांव में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों ने भाग लिया और 100 से अधिक वृक्ष लगाए। बच्चों ने कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया और कहा कि यदि हमसब को कोरोना से बचना है तो गो ग्रीन अभियान को अपनाना होगा। बच्चों ने पेड़ से लिपट कर प्रधानमंत्री से यह अपील की कि हमें हीरा नहीं हरियाली चाहिए। यह अपील बक्सवाहा के जंगल की कटाई के विरोध में थी। बच्चों ने नारा भी दिया कि न काटा जाए पेड़, लगाया जाए पेड़। इस महामारी ने छोटे-छोटे नन्हे हाथ को भी पौधा लगाना सिखा दिया। इस कार्यक्रम की अगुवाई बिहार की ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की प्रदेश अध्यक्ष एवं दीदी जी फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ नम्रता आनंद कर रही थी। मौके पर डॉ नम्रता आनंद ने कहा कि जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन के गो ग्रीन अभियान के तहत पेड़ों को काटने का विरोध और वृक्षारोपण अभियान को बढ़ावा देने के लिए समाज में जागरूकता लाना गो ग्रीन का मुख्य लक्ष्य है।
नम्रता ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण के लिए यह आवश्यक है कि समाज के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यावरण की रक्षा के लिए लोग आगे आकर सतत और सार्थक प्रयास करें। आज छोटे-छोटे बच्चों ने यह संदेश दिया कि हम सबको अपने अपने स्तर से पेड़ों को लगाना होगा और पेड़ों को बचाना होगा। जीकेसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा पर्यावरण संरक्षण पूरे विश्व के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। जलवायु परिवर्तन, बढ़ता तापमान, ग्लेशियरों का पिघलना, जल संकट, चक्रवात, बाढ़ और सूखा आदि आपदाएं पर्यावरण विनाश का ही दुष्परिणाम है। इस सब पर काबू पाने का एक ही उपाय है वृक्षों की कटाई बंद की जाए और ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण किए जाएं।


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