केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के कुलपति को बर्खास्त करे सरकार : प्रो रणजीत
छपरा (सारण): जयप्रकाश विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर शिक्षक संघ ,छपरा के सचिव तथा बिहार शिक्षा मंच के संयोजक प्रो रणजीत कुमार ने महामहिम राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री से महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के भ्रष्ट एवम बदनाम कुलपति प्रो संजीव कुमार शर्मा को अविलंब बर्खास्त करने की मांग किया है।प्रो कुमार ने कहा है कि अपने स्थापना काल से ही निष्काम कर्मयोगी महात्मा गांधी के नाम पर उनकी कर्मभूमि चंपारण में स्थापित केंद्रीय विश्वविद्यालय लगातार गलत वजहों से खबरों में बना हुआ है।विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति को भी फर्जी डिग्री के आधार पर पद हासिल करने संबंधी आरोप सही पाये जाने के कारण बीच में ही पद मुक्त कर दिया गया था।वर्तमान कुलपति संजीव कुमार शर्मा ने भी जबसे पद भार संभाला है, लगातार विवादों से घिरे हुए हैं।कुलपति बनने के पूर्व इनके ऊपर गलत प्रोन्नति लेने,अपने विरुद्ध चल रहे निगरानी जांच को सर्च कमिटी से छुपाने और नियुक्ति हेतु दिए गए आवेदन में इन सब तथ्यों का उल्लेख नहीं करने का इल्जाम लगातार मीडिया की सुर्खी बना हुआ है।अकादमिक जगत में तथ्यों को छुपाना गुनाहे अजीम माना जाता है।कुलपति के पद पर नियुक्त होने के उपरांत उन्होंने मोतिहारी में भी उसी तरह का गुल खिलाना प्रारंभ कर दिया जिसके लिए वे मेरठ में बदनाम थे।केंद्रीय विश्वविद्यालय को इन्होंने निजी जागीर की तरह भ्रष्टाचार एवम भाई भतीजावाद का अड्डा बना दिया।विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद एवम अधिशासी परिषद के निर्णयों की अवहेलना कर अपने गृह राज्य के दर्जनों लोगों को मनमाने तरीके से शिक्षक एवम शिक्षकेत्तर पदों पर नियुक्त कर दिया।सामानों की खरीदारी एवम किराए का भवन लेने और बाजार दर से कई गुना अधिक भुगतान करने में भारी वित्तीय अनियमितता बरती गई है।विश्वविद्यालय में प्रशासनिक एवम वित्तीय स्तर पर अराजकता का माहौल है।कुलपति के गलत कार्यो का जो भी विरोध करता है, उसके खिलाफ तुरंत दमनात्मक कार्रवाई प्रारंभ कर दिया जाता है ताकि काली करतूतों का पर्दाफाश न हो सके।विश्वविद्यालय में भय,आतंक एवम अराजकता का माहौल है।कुलपति ने कुछ स्थानीय गुंडों को पाल रखा है जो शिक्षकों को धमकाता रहता है।जो शिक्षक ईमानदार एवम कर्तव्यनिष्ठ हैं, लेकिन कुलपति का दरबार नहीं करते हैं, उनकी प्रोन्नति रोक दी गई है और वरीयता को भी नजरअंदाज किया जा रहा है।महात्मा गांधी के नाम पर स्थापित विश्वविद्यालयकीऐसी दुर्गति एवम बदनामी देखकर पढ़े लिखे लोग हतप्रभ हैं।लोगों का कहना है कि अलग चाल, चरित्र एवम चेहरा के नाम पर सत्तासीन केंद्र सरकार को कोई ईमानदार एवम निर्विवाद छवि का प्रोफेसर कुलपति पद के लिए नहीं मिल रहा है।ऐसे विवादित छवि के व्यक्ति को कुलपति बनाने से केंद्र सरकार की भारी बदनामी हो रही है।कुलपति प्रो शर्मा के भ्रष्ट एवम विवादित निर्णय से नाराज होकर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री महेश शर्मा ने इनके सारे अवैध कार्यों का सिलसिलेवार उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवम मानव संसाधन मंत्री को पत्र लिखकर मांग किया है कि सारे आरोपों की उच्च स्तरीय जांच कराया जाए और जांच होने तक कुलपति को छुट्टी पर भेज दिया जाए।विदित हो कि कुलपति के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने हेतु दर्जनों शिक्षक संगठन, सांसद, विधायक एवम विधान पार्षदों ने केंद्र सरकार को प्रमाण के साथ पत्र लिखा है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है जो बहुत ही चिंताजनक है।इसलिए केंद्र सरकार को तुरंत ऐसे भ्रष्ट एवम बदनाम कुलपति को बर्खास्त करना चाहिए और इनके कार्यकाल में हुई अनियमितता की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।
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