- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया युवाओं के लिए गाइड बुक:
- कोविड 19 के विरुद्ध जंग में युवाओं की पहल गाइडबुक की ले सकते हैं मदद:
- जागरूकता लाने के लिए सोशल मीडिया पर लाइव कार्यक्रमों का कर सकते हैं आयोजन:
- व्यस्तता के अनुसार 2 मिनट, 10 मिनट व 15 मिनट कार्यावधि का कर सकते हैं चयन:
राष्ट्रनायक न्यूज।
गया (बिहार)। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने एवं टीकाकरण कार्यों में आवश्यक सहायता प्रदान करने में युवाओं की भागीदारी को महत्वपूर्ण माना है. मंत्रालय द्वारा इस दिशा में युवाओं के लिए एक टूलकिट तैयार किया गया है जिसकी मदद से वह टीकाकरण और कोविड अनुरूप व्यवहार के पालन करवाने में सरकार की बड़ी मदद कर सकते हैं. टूलकिट को कोविड टीकाकरण के प्रति एडवोकेसी के रूप में तैयार किया गया है। ‘कोविड 19 के विरुद्ध जंग में युवाओं की पहल’ टूलकिट को उन युवाओं के लिए तैयार किया गया है जो कोविड 19 टीकाकरण अभियान तथा कोविड अनुरूप व्यवहार का समर्थन कर युवा चैंपियन बनने की सोच रखते हैं. इस टूलकिट की मदद सेवह सकारात्मक तथ्यों को प्रोत्साहित करने, टीका लगवाने ओर सकारात्मक अनुभव साझा कर सकते हैं. उनके द्वारा झिझक, अफवाह और मिथक रोकने का प्रयास किया जा सकता है. टूलकिट को तीन हिस्सों में बांटा गया है जिसमें युवा अपनी व्यवस्ता के अनुसार समय दे सकते हैं. इनमें दो मिनट के कार्य, दस मिनट के कार्य और पंद्रह मिनट के कार्य शामिल हैं.
दो मिनट से 15 मिनट का दे सकते हैं समय:
दो मिनट के कार्यों में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट, टिवटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर जाने और नई जानकारी और अपडेट प्राप्त करने की सलाह दी गयी है. वहीं दस मिनट के कार्य में अपने सोशल मीडिया पर कोविड 19 टीकाकरण अभियान, कोविड अनुरूप व्यवहार, मनो—सामाजिक स्वास्थ्य की जानकारी वाले क्रिएटिव साझा करने की सलाह दी गयी है। कोरोना को लेकर आम जागरूकता को बढ़ाने के मकसद से क्रिएटिव के प्रिंटआउट को अपार्टमेंट, पड़ोस के बाजारों, दूध व किरानों की दुकानों के बाहर या पार्क के प्रवेश द्वार पर चिपकाने की सलाह दी गयी है. टीकाकरण के पश्चात ‘वी फॉर वैक्सीन’ सेल्फी क्लिक करने और स्वास्थ्य मंत्रालय के टेम्लेट का उपयोग कर अपना अनुभव साझा करने, झूठी खबरों और मिथकों का विरोध करने के लिए भी कहा गया है. इन कार्यों के अलावा सोशल मीडिया पर लाइव सत्रों के आयोजन कर टीकाकरण के अनुभव साझा करने, कोविड 19 से संबंधित चिंता, डिप्रेशन या भय से निपटने के लिए सकारात्मक अनुभवों को बांट सकते हैं.
15 मिनट का समय देकर ला सकते हैं बदलाव:
वैसे युवा जो अपना 15 मिनट समय दे सकते हैं उनके लिए टीकाकरण अभियान से जुड़े फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स अथवा कोविड संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों का साक्षात्कार करने और उनकी कहानियों और अनुभवों को अपने सोशल मीडिया पर साझा करने की सलाह दी गयी है. अपने विचारों को कलात्मक माध्यम जैसे लघुकथा, कविता, रैप म्यूजिक, संगीत या कॉमिक्स आदि के माध्यम से प्रस्तुत करने की बात कही गयी है. ट्विटर, यूट्यूब शेयर चैट व व्हाट्सअप पर संदेश के साथ #Unite2FightCorona तथा #LargestVaccineDrive हैश टैग का इस्तेमाल करने की बात कही गयी है.
डिजिटल व गैर डिजिटली सामग्री करें विकसित:
इसके अलावा डिजिटल व गैर डिजिटल सामग्री विकसित की जा सकती है. डिजिटल सामग्री में फोटो लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराये गये फ्रेम, फिल्टर या स्टिकर जोड़ कर पोस्ट करते समय मंत्रालय व दोस्तों को टैग करने के लिए कहा गया है. वहीं, गैर डिजिटल मीडिया क्षेत्रों में एडवोकेसी करने के लिए स्थानीय हस्तियों, निजी व सरकारी डॉक्टरों, नर्सों व अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों की पहचान कर उनके साथ मंत्रालय द्वारा विकसित क्रिएटिव साझा करने की अपील की गयी है. मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध करायी गयी जानकारी से शिक्षाप्रद लेख तैयार कर अखबारों व पोर्टल के साथ साझा किया जा सकता है. सामुदायिक रेडियो से जुड़ कर कोविड संबंधित संदेशों को स्थानीय भाषा में साझा किया जा सकता है।
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