- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की टूल किट
- सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से फैलाएंगे जागरूकता
- अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल कर टीकाकरण अभियान के प्रति जागरूकता फैलाएं
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग में युवाओं की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इस अभियान में युवाओं को शामिल करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने टूल किट जारी की है। टूल किट के माध्यम से कोविड टीकाकरण तथा कोविड अनुरूप व्यवहारों को अपनाने के लिए आमजनों को जागरूक करने में युवाओं से अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की गई है। इस टूल किट का का उद्देश्य उन नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए डिजाइन किया गया है जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक हो और जो कोविड-19 से लड़ाई में कोविड-अनुरूप व्यवहारों का समर्थन कर युवा चैंपियन बन सकते हैं। एडवोकेसी सरल भाषा में किसी मुद्दे की पहचान करना और बदलाव की मांग करना है। एडवोकेसी का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज का प्रत्येक सदस्य गंभीर और महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपना पक्ष रख पाए। अपने अधिकारों की सुरक्षा और संरक्षण कर पाए। विभिन्न अभियानों और सामाजिक कार्यों का समर्थन कर पाए। इससे हम एक सकारात्मक महाअभियान शुरू कर सकते हैं। भारत एक युवा देश है जिसकी लगभग आधी आबादी 25 साल से कम उम्र के लोगों की है। एडवोकेसी के द्वारा आप किसी को अपनी सोच बदलने के लिए मजबूर नहीं करते लेकिन उन्हें अपने दृष्टिकोण को जांच परख कर काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
झिझक, मिथकों और अफवाहों को रोके:
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा जारी इस टूलकीट के माध्यम से युवाओं से अपील की गई है कि सकारात्मक तथ्यों को प्रोत्साहित करें। अपनी बारी आने पर टिका अवश्य लगवाएं और अपना सकारात्मक अनुभव साझा करें। कोविड अनुरूप व्यवहार और टीकाकरण अभियान की सही और विश्वसनीय जानकारी साझा करें। अपने मनो-सामाजिक स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती का ख्याल रखें और साथ ही दूसरों का भी समर्थन करें। टीकाकरण और कोविड-19 से संबंधित झिझक, मिथकों और अफवाहों को रोकने में अपना सहयोग दें। कोविड 19 से संबंधित नई जानकारी के लिए केंद्रीय एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के फेसबुक, ट्वीटर, इंस्टाग्राम तथा वेबसाइट का प्रयोग करें। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए क्रिएटिव का प्रिंट आउट निकाल कर अपने अपार्टमेंट, पड़ोस के बाजारों दूध व किराना की दुकानों के बाहर या पार्क के प्रवेश द्वार पर चिपका दें। टीकाकरण के बाद v फ़ॉर वैक्सीन सेल्फी क्लिक करें और स्वास्थ्य मंत्रालय का टेंपलेट का उपयोग करके अपना अनुभव साझा करें।
अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल कर टीकाकरण अभियान के प्रति जागरूकता फैलाएं:
टूल किट में कहा गया है कि टीकाकरण अभियान से जुड़े फ्रंटलाइन कार्यकर्ता, स्वास्थ्य सेवा कार्यकर्ता अथवा कोविड-19 संक्रमण से ठीक हुए व्यक्तियों का साक्षात्कार करें और इनकी कहानियों और अनुभवों को अपने सोशल मीडिया पर साझा करें। अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल कर कोविड-19 और टीकाकरण अभियान के बारे में आवाज उठाएं और जागरूकता फैलाएं। आप -अपने विचारों को किसी भी प्रकार के कलात्मक माध्यम से प्रस्तुत कर सकते हैं। जैसे- लघु कथा, कविता, रैप संगीत अन्य संगीत, कॉमिक इत्यादि के माध्यम से। टीका का ऑनलाइन पंजीकरण करवाने में दूसरों की सहायता करें। जैसे- वृद्ध व्यक्ति या जिनकी पहुंच इंटरनेट स्मार्टफोन तक ना हो कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करने में आप उनकी सहायता करें और टीकाकरण की तिथि पर उन्हें टीकाकरण केंद्र तक ले जाने में सहायता करें और अपनी जिम्मेदारी निभाएं। कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है। आशा और विश्वास के सकारात्मक संदेश को बांटे। साथ ही साथ मनोसामाजिक सेहत के बनाए रखने के लिए तथ्यात्मक जानकारियों को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए क्रिएटिव का इस्तेमाल कर साझा करें।
सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाकर बने युवा चैंपियन:
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने युवाओं से अपील की है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर, यूट्यूब, शेयर चैट, व्हाट्सएप कू-ऐप के माध्यम से जागरूकता फैलाने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें। स्वास्थ मंत्रालय ने कहा है कि ट्विटर पर 280 अक्षरों में ऑन द गो सामग्री अपलोड कर सकते हैं। यूट्यूब पर वीडियो और अनुभवों को साझा करने के लिए उपयुक्त स्रोत है, इसके लिंक आसानी से अन्य सोशल मीडिया पर भी साझा किया जा सकता है। व्हाट्सएप के माध्यम से संदेश, क्रिएटिव, छोटे वीडियो साझा कर सकते हैं। विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त जानकारी ही सजा करें और एक सच्चे युवा चैंपियन बने।
गैर डिजिटल मीडिया क्षेत्रों में करें एडवोकेसी:
ऐसे व्यक्ति जो सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया से दूर हैं उन्हें जागरूक करने के लिए भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने योजना तैयार की है। मंत्रालय ने कहा है कि स्थानीय हस्तियों, स्वयं सहायता समूह, गैर सरकारी संगठनों एवं निजी तथा सरकारी डॉक्टर और नर्सों और अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य कर्मियों की पहचान कर मंत्रालय द्वारा विकसित क्रिएटिव को साझा करें। इसके साथ ही स्थानीय समाचार पत्रों के साथ मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई गई जानकारियों से शिक्षाप्रद लेख तैयार करें और साझा करें। सामुदायिक रेडियो के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित सदस्यों को सरल तौर पर अपनी स्थानीय भाषा में साझा कर सकते हैं। ऐसी कहानियां और जानकारियां साझा करें जो दूसरों के लिए कठिन समय में प्रेरणा स्रोत बन सके आपके अनुभवों का उद्देश्य किसी के चेहरे पर मुस्कान लाना और उन्हें मजबूत बने रहने के लिए प्रोत्साहित करना होना चाहिए।
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