- 434166 बच्चों को पिलाई जायेगी पोलियो की खुराक
- अभियान के दौरान कोविड नियमों का किया जाऐगा पालन:
राष्ट्रनायक न्यूज।
सहरसा (बिहार)। दो बूंद हर बार, जीत रहे बरकरार के उद्घोष के साथ जिले में आरंभ किया गया पल्स पोलियो अभियान। जिले में पाँच दिवसीय पल्स पोलियो उन्मूलन अभियान का शुभारंभ नवजात शिशु को दो बूंद दवा पिलाकर सदर अस्पताल परिसर में जिलाधिकारी कौशल कुमार द्वारा किया गया। यह अभियान 27 जून से आरंभ होकर 1 जुलाई तक चलेगा। इस अवसर पर जिलापदाधिकारी ने कहा पोलियो भारत से खत्म हुआ है, दुनियां से नहीं। इसलिए जरूरी है कि जब तक दुनियां से पोलिया खत्म नहीं हो जाता अपने बच्चों को पोलियो की दो बूंद समय-समय पर सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में पिलायी जाती रहे। जिले में शून्य से पाँच साल का कोई बच्चा पल्स पोलियो की दवा पिलाने से छूट न जाये इसका पूरा ख्याल रखा जाय। इस अवसर पर प्रभारी सिविल सर्जन डा. किशोर कुमार मधु, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद, अस्पताल उपाधीक्षक डा. एस. पी. विश्वास, डीपीएम विनय रंजन, अस्पताल प्रबंधक अमित कुमार चंचल, यूनिसेफ एस.एम.सी. बंटेश नारायण व मजरूहल हसन, डब्लू.ए.ओ. के एस.एम.ओ. डा. मयंक शेरसिया एवं जिला प्रतिरक्षण कार्यालय कर्मी दिनेश कुमार दिनकर तथा लैब टेक्नीशियन सत्यम कुमार, कुरियर राकेश कुमार व दीपक कुमार मौजूद रहे।
अभियान को सफल बनाने के लिए कई टीम एवं अतिरिक्त वेक्सीनेटर किये गये नियुक्त:
जिलाधिकारी ने बताया जिले में 0 से 5 वर्ष तक के कुल 4,34,166 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए कुल 983 टीमों का गठन किया गया है। जो घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायेगी। टीमों के पर्यवेक्षण के लिए 274 पर्यवेक्षक भी लगाए गये हैं। साथ ही 66 वन मैन टीम, 17 मोबार्इल टीम एवं 96 ट्रांजिट टीमें इस अभियान को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करेंगी। वहीं पोलियो की खुराक पिलाने के लिए 1900 वैक्सीनेटर नियुक्त किये गए हैं। पोलियो की दवा पर्याप्त मात्रा में सुलभ बनाने के लिए 89 सब-डिपो को दवा उपलब्ध करायी जा चुकी है। इस अवसर पर मौजूद जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. कुमार विवेकानंद ने कहा जिले में पल्स पोलियो अभियान के दौरान 356303 घरों का दौरा कर बच्चों को पल्स पोलियो की खुराक दी जाएगी। उन्होंने बताया पोलियो विषाणु से फैलने वाला एक संक्रमक रोग है ।जो आम तौर पर एक से दूसरे को संक्रमित विष्ठा या खाने के माध्यम से फैलता है। इस रोग में बच्चों के पैर काफी कमजोर पड़ जाते हैं जिससे बच्चा चलने-फिरने से लाचार हो जाता है।
अभियान के दौरान कोविड नियमों का किया जाएगा पालन:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. कुमार विवेकानंद ने बताया कि पांच साल तक के बच्चों के लिए पोलियो की खुराक बहुत जरूरी है। इससे पोलियो के वायरस को शरीर में पनपने की जगह नहीं मिलती है। उन्होंने कहा कोरोना संकट काल में जारी गाइडलाइन के अनुसार ही स्वास्थ्यकर्मियों को पोलियो अभियान में काम करने को कहा गया है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंस के साथ टीकाकरण करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए टीकाकर्मी को संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सैनिटाइजर उपलब्ध करना सुनिश्चित कराने के लिए सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। साथ ही टीकाकारण के दौरान उचित शारीरिक दूरी का पालन सुनिश्चित तौर पर किया जाऐगा। इसके लिए सभी पीएचसी को पोलियो अभियान में काम करने वाले टीका कर्मी, सुपरवाइजर, डिपो होल्डर के लिए जिले में सैनिटाइजर तथा मास्क उपलब्ध कराये गये हैं।
More Stories
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ीकरण को लेकर सीएचओ को दिया गया प्रशिक्षण
टीबी के अभिशाप को मिटाने के लिए पंचायतों को लिया जायेगा गोद
अब घर की दहलीज तक टीबी के संदिग्ध मरीजों की जांच की सुविधा उपलब्ध