राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

कोरोना वैक्सीन की लगानी होगी अब तीसरी खुराक, फाइजर करेगी अमेरिकी अधिकारियों से मुलाकात

वाशिंगटन, (एजेंसी)। अमेरिकी बहुराष्ट्रीय दवा निगम ‘फाइजर’ ने कहा कि उसके कोविड-19 रोधी टीके की तीसरी खुराक को प्राधिकृतक करने के लिए संघीय प्राधिकरण से उसके अनुरोध पर चर्चा करने के लिए वह अमेरिका के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों से सोमवार को मुलाकात करेगी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुख्य स्वास्थ्य सलाहकार ने स्वीकार किया है कि ‘‘इसकी तीसरी खुराक की संभवत: आवश्यकता होगी।’’ कम्पनी ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) और अन्य अधिकारियों के साथ सोमवार को उसकी बैठक है। इससे कुछ दिन पहले ही ‘फाइजर’ ने कहा था कि 12 महीने बाद उसके कोविड-19 रोधी टीके की तीसरी खुराक की जरूरत होगी।

‘फाइजर’ के अनुसंधान एवं विकास-चिकित्सा के अध्यक्ष डॉ. मिकाइल डोल्स्टेन ने पिछले सप्ताह ‘एपी’ से कहा था कि तीसरी खुराक से जुड़े कम्पनी के अध्ययन में पाया गया है कि तीसरी खुराक लेने के बाद लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता दूसरी खुराक की तुलना में पांच से 10 गुना तक बढ़ जाएगी। संक्रामक रोगों के अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने रविवार को तीसरी खुराक की संभावना को खारिज नहीं किया लेकिन कहा कि सरकार के लिए एक और खुराक की सिफारिश करना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र और एफडीए का पिछले हफ्ते ‘फाइजर’ के बयान से सहमति ना जताना और तीसरी खुराक के ‘‘ इस समय ’’ आवश्यक ना होने का बयान सही है। ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने सबसे पहले ‘फाइजर’ और अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच सोमवार को बैठक होने से जुड़ी खबर दी थी। गौरतलब है कि अमेरिका की अभी तक केवल 48 प्रतिशत आबादी को कोविड-19 रोधी टीके लग चुके हैं। देश के कुछ इलाकों में टीकाकरण दर बेहद कम है और कुछ हिस्सों में कोविड-19 के नए स्वरूप ‘डेल्टा’ के मामले बढ़ रहे हैं।