कशिश भारती की रिपोर्ट। राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। छपरा को राजधानी पटना से जोड़ने वाली लाइफ लाइन गड़खा-मानपुर रोड पर गंडकी नदी के बाढ़ का पानी बहने लगा है। रोड पर बह रहे पानी में हीं छोटे-बड़े वाहन चल रहे है। ऐसे में सड़क खराब होने की उम्मीद ज्यादा है। इससे दुघर्टना से इंनकार भी नहीं किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार गड़खा-मानपुर रोड में दरियापुर प्रखंड के कमालपुर, अदमापुर, भैरोपुर, मानपुर बाजार के समिप करीब दो फिट पानी बह रहा है। इसी पानी के बीच प्रतिदिन छोटे एवं बड़े वाहनों का परिचालन हो रहा है। जिससे रोड खराब होने के साथ-साथ एक बड़ दुघर्टना का भी आमंत्रण दे रहा है। स्थानीय लोगों की माने तो बड़े बस, ट्रक सहित अन्य भारी वाहनों के परिचालन पर रोक नहीं लगाया गया तो कभी बड़ा हादसा भी हो सकता है। उनका कहना है इस रोड से कई बड़े अधिकारी गुजर रहे है, लेकिन इस समस्या पर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। जानकारों की माने तो गंगा, घघरा यानी सरयू नदी के जलस्तर में वृद्धि का सीधा प्रभाव गंडकी नदी पर पड़ती है, इससे गंडकी नदी के जलस्तर में भी वृद्धि होने लगती है। गंडकी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से नदी तटीय गांव के साथ-साथ गड़खा-मापुर रोड पर बाढ़ का पानी बहने लगा है।
गंडकी नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई तो बंद हो जाएगा वाहनों का परिचालन
गंडकी नदी के जलस्तर में वृद्धि से राजधानी पटना से जोड़ने वाली लाईफलाइन गड़खा-मानुपर रोड तीन-चार स्थानों पर करीब दो फीट पानी बह रही है। जानकारों की माने तो गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई थी तो इसका सीधा प्रभाव गंडकी नदी पर पड़ी और तेजी से गड़खा-मानपुर रोड में कमालपुर, अदमापुर, भैरोपुर, मानपुर बाजार सहित अन्य जगहों पर पानी चढ़ गया। अभी गंगा नदी के जलस्तर में थोड़ी कमी आयी है। फिर भी जलस्तर स्थिर है। अगर गंगा, सरयू यानी घाघरा एवं सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई तो सबसे पहले गड़खा-मानपुर रोड में वाहनों का परिचालन बंद हो जाएगा।
किसानों का हजारों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद, किसानों को भारी नुकसान
गंडकी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से सबसे अधिक क्षति किसानों को हुआ है। दरियापुर प्रखंड के प्रतापपुर, मठियां, कमालपुर, अदमापुर, मानपुर, मटिहान एवं गड़खा प्रखंड रामगढ़ा, मिर्जापुर, मिर्जापुर ब्रह्मस्थान, मुड़ा, बसंत, कुदरबाधा समेत कई चंवर में बाढ़ का पानी फैलने से हजारों हेक्टेयर में लगी फसल बर्बाद हो गया है। किसानों का कहना है कि खरीफ फसल के अंतर्गत धान, मक्का, मसूरी एवं खरीफ सब्जी के तहत बैगन, हरी मिर्च, बरबट्टी सहित विभिन्न प्रकार की खेती किये थे। लेकिन बाढ़ का पानी फैलने सभी फसले बर्बाद हो गया है। इससे किसानों को काफी आर्थिक क्षति हुआ है। किसानों की माने तो कृषि विभाग के अधिकारी व कर्मी बाढ़ से फसलों की हुई क्षति का आंकलन करने के लिए अभी तक नहीं आये है।
प्रलयकारी बाढ़ से ग्रामीणों में दहशत
गंडकी नदी का पानी चंवर एवं गांव में फैलने से ग्रामीणों में प्रलयकारी बाढ़ को लेकर दहशत व्याप्त होने लगा है। गंडकी नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से दरियापुर प्रखंड के प्रतापपुर, मठिया, छोटा आमी, रहिमापुर, कमालपुर, अदमापुर, भैरोपुर, मानपुर एवं गड़खा प्रखंड के रामगढ़ा महादलित बस्ती, मिर्जापुर महादलित बस्ती, मिर्जापुर बह्मस्थान सहित कई गांवों में में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। जिनके घरों में पानी प्रेवश किया है, वे उच्चे स्थानों पर खुले आसमान के नीचे त्रिपाल एवं टेन्ट लगाकर गुजर-बसर कर रहे है।
बाढ़ से जहरीले जन्तुओं के काटने का सता रहा डर
गंडकी नदी का पानी दरियापुर एवं गड़खा प्रखंड दर्जनों गांवों में प्रवेश करने से लोग उच्चे स्थानों पर रह रहे है। चारों तरफ पानी फैलने के कारण अब गांव के लोगों को जहरीले जन्तुओं के काटने का डर भी सताने लगा है। लोगों का कहना है कि रात में विभिन्न प्रकार के जहरीले जन्तुओं की आवाजे सुनाई देती है, इससे दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है।


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