राष्ट्रनायक न्यूज

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बदलते मौसम में बच्चों का रखे खास ख्याल: डा. डी. पी. गुप्ता घरों के आस-पास रखें साफ-सफाई

  • बच्चों को परजीवियों के काटने से बचायें:
  • पीने का पानी की स्वच्छता का रखें ख्याल:

राष्ट्रनायक न्यूज।

मधेपुरा (बिहार)। जिले में लगातार हो रही बारिश  अब थम सी गई है। हमारे घरों के आस-पास बने छोटे-छोटे गढ़ों में बरसात का पानी जाम है। जिसमें परजीवी पनपते हैं। ऐसे में हमारे घरों से दूर रहने वाले ये परजीवी हमारे घरों के आस-पास आ जाते हैं। खासकर मच्छरों  का प्रकोप काफी बढ़ जाता है। जिनके काटने से डेंगू , मलेरिया, कालाजार सहित अन्य कई प्रकार की बीमारियाँ बच्चों को हो सकती है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि इस बदलते मौसम में बच्चों का खास ख्याल रखा जाय।

उचित वस्त्रों का चयन कर बचा सकते हैं बच्चों को: डॉ डीपी गुप्ता

जिले के वरीय शिशु रोग विशेषज्ञ डा. डी. पी. गुप्ता ने बदलते मौसम में बच्चों का खास ख्याल रखने संबंधी जानकारी साझा करते हुए कहा अभी के समय में खासकर जब हमारे घरों के आस-पास बरसाती पानी जमा हो जाते  हैं। जिनके सूखने से पहले बरसात हो जाती है और वे पुनः जलमग्न हो जाते हैं। इनमें परजीवियों का बसेरा हो जाता है। इस प्रकार ये परजीवी जो हमारे आस-पास अमूमन नहीं पाये जाते हैं वे भी हमारे घरों के आस-पास मौजूद हो जाते हैं। इनमें से सबसे अधिक परजीवी जो कि बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर सकता है वह है मच्छर। ऐसे समय में मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों से बच्चों को बचाना जरूरी है। इसके लिए बच्चों को सुबह शाम घर से बाहर न जाने दें। इस समय मच्छरों का प्रकोप सबसे ज्यादा रहता है। यदि बच्चे बाहर जायें भी तो उनकों पूरी बांह एवं पैरों को सही प्रकार से ढ़कने वाले वस्त्र पहनायें ताकि मच्छर उन्हें काटने न पाये।

गोद में पल रहे शिशुओं की समुचित देखभाल जरूरी: सिविल सर्जन

डा. डी. पी. गुप्ता ने कहा वैसे बच्चे जो अभी मां की  गोद में हैं यानि शून्य से 18 माह तक के बच्चे इनकी देखभाल में किसी प्रकार की लापरवाही उचित नहीं हैं। उनके लिए जरूरी है कि घरों में मच्छरों  के प्रकोप को कम करने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें। अच्छी तरह से धूप में सूखे कपड़े ही उन्हें पहनायें एवं स्वयं मां भी पहनें। ये बच्चे तो बाहर खेलने नहीं जाते किन्तु मच्छर  इनके पास आ सकते हैं। इसके लिए अपने घरों के आस-पास पानी न जमने दें। अभी के समय में गोद में पल रहे शिशुओं के आहार पर ध्यान देना जरूरी है। स्तनपान कराने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह साबुन पानी से धोयें। बच्चों द्वारा गीले किये गये कपड़ों को बार-बार बदलते रहें। बच्चों के प्रयोग में आने वाले कपड़ों को अच्छी तरह धूप में सुखाकर ही दुबारा उपयोग में लायें। घरों को हमेशा हवादार रखने की कोशिश करें आदि।

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