राष्ट्रनायक न्यूज।
पानापुर (सारण)। नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने में कमी के बाद गंडक नदी का जलस्तर फिलहाल स्थिर है लेकिन बाढ़पीड़ितों की परेशानी अब भी बरकरार है। सारण तटबंध के निचले इलाकों में बसे पृथ्वीपुर, सलेमपुर, सोनवर्षा, बसहिया, उभवा ,रामपुररुद्र 161 आदि गांवो के सैकड़ो घरो में अभी भी पानी घुसा हुआ है जिससे बाढ़पीड़ित अभी भी अपने बाल बच्चो, जरूरी सामानों एवं मवेशियों के साथ सारण तटबंध पर शरण लेने को मजबूर है। वही लगातार हो रही बारिश ने सारण तटबंध पर शरण लिए बाढ़पीड़ितों का जीवन नारकीय बना दिया है। बारिश के कारण सबसे परेशानी मवेशियों के चारे को लेकर हो रही है। बाढ़पीड़ितों ने बताया कि लगातार हो रही बारिश के कारण धान एवं मक्के की फसलें पहले ही बर्बाद हो चुकी थी। वही गंडक के कहर के कारण भुसौलो में रखे चारे भी भींग गये है जिससे मवेशियों के लिए चारे की समस्या उत्पन्न हो गयी है। प्रखंड में चौथी बार आयी बाढ़ के कारण आम जनजीवन तिरपालों में सिमट कर रह गयी है। प्रशासनिक उपेक्षा से नाराज है बाढ़पीड़ित। प्रखंड क्षेत्र में चौथी बार आयी बाढ़ से परेशान ग्रामीण प्रशासनिक उपेक्षा से नाराज है। बाढ़पीड़ितों ने बताया कि बाढ़ की दंश झेल रहे बाढ़पीड़ितों की सुधि लेने अबतक कोई नही आया है। सोमवार को जिलापार्षद प्रतिनिधि अभिषेक रंजन सिंह उर्फ मुनचुन सिंह ने एवं मुखिया प्रतिनिधि आलोक सिंह ने रामपुररुद्र 161 गांव का दौरा किया एवं बाढ़ के हालात से सीओ को अवगत कराया। हालांकि सीओ ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से एक दो दिन समस्या रहती है। अगर स्थिति में सुधार नही होता है तो पीड़ितों को रिलीफ दी जाएगी। इस बीच जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि फिलहाल नदी का जलस्तर स्थिर है। आनेवाले दिनों में जलस्तर में कमी होगी एवं स्थिति में सुधार होगा।



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