- स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकरियों ने खुद फाइलेरिया रोधी दवा खाकर किया अभियान का शुभारंभ:
- फलेरिया से मुक्ति के लिए दवा का सेवन जरूरी : डॉ मुकेश
मधेपुरा, 20 सितंबर।
फाइलेरिया से मुक्ति के लिए सोमवार को सदर अस्पताल से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अर्थात सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत हुई। अभियान का उद्घाटन सदर अस्पताल के एसीएमओ डॉ. अब्दुस सलाम एवम् जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. मुकेश कुमार सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मौके पर दोनों अधिकारियों ने खुद फाइलेरिया मुक्ति की दवा का सेवन कर अभियान की विधिवत शुरुआत की। एसीएमओ ने बताया कि जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए सभी को डीईसी एवम् एलबेंडाजोल की गोली खिलाई जानी है। अधिक बीमार, गर्भवती व दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। डॉ. अब्दुस सलाम के साथ जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार सिंह एवम् डीभीडीओ पंकज कुमार ने खुद भी मौके पर फाइलेरिया की खुराक लेकर अभियान शुरू किया। इस अवसर पर वहां मौजूद करीब 25 स्वास्थ्यकर्मियों ने भी दवा का सेवन किया। डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने कहा लोगों को फाइलेरिया मुक्ति की दवा खिलाने के लिए अभियान की शुरुआत एक साथ की गई है। इस अभियान में के लिए पूरे जिले में आशा कार्यकर्ता घर घर जाएंगी एवम् लोगों को अपने सामने दवा का सेवन करवाएंगी। इसके लिए जिला, प्रखंड एवम् पंचायत स्तर अलग अलग स्वास्थ्यकर्मियों की टीम गठित की गई है। मौके पर सरकार की सहयोगी संस्था केयर इंडिया, सिफार एवम् पीसीआई के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
जिंदा आदमी को मृत के समान बना सकती है फाइलेरिया:
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार सिंह ने बताया फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। यह जान तो नहीं लेती है, लेकिन जिंदा आदमी को मृत के समान बना देती है। इस बीमारी को हाथीपांव के नाम से भी जाना जाता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ या पैर या हाइड्रोसील में सूजन का होना होता है। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। अगर समय पर फाइलेरिया की पहचान कर ली जाए तो जल्द इलाज शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों में इसको लेकर जागरूकता बहुत जरूरी है। इसलिए लोग अपने घर के आस – पास गंदा पानी नहीं जमा होने दे एवम् सोते समय मच्छरदानी रोजाना उपयोग करें।
फाइलेरिया से बचाव के लिए अभियान के दौरान दवा का सेवन जरूर करें:
याद रहे कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवति महिलाओं एवं अत्यंत गंभीर रोग से ग्रसित लोगों को फाइलेरिया की दवा नहीं खानी है। खाली पेट दवा का सेवन नहीं करना है। फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक- एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। लोगों द्वारा अल्बेंडाजोल का सेवन आशा की उपस्थिति में चबाकर किया जाना है।


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