- प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक प्रत्याशियों ने नामांकन प्रपत्र प्राप्त करने का है प्रावधान
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। पंचायत आम निर्वाचन के तीसरे चरण में गड़खा प्रखंड के 23 पंचायतों में मुखिया, सरपंच, बीडीसी, वार्ड सदस्य और पंच के प्रत्याशियों का नामांकन प्रक्रिया चल रहा है। साथ हीं गड़खा प्रखंड अंतर्गत जिला पार्षद के तीन निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सदर अनुमंडल कार्यालय में प्रत्याशियों से नाम निर्देशन प्रपत्र प्राप्त किया जा रहा है। नामांकन आगामी 22 सितंबर तक प्राप्त किया जाएगा। नामांकन को लेकर प्रतिदिन गड़खा प्रखंड कार्यालय सहित आस-पास के बाजारों में हजारों की भीड़ जुट रही है। जिसे कंट्रोल करने में प्रशासन पुरी तरह से विफल साबित हो रही है। जिसका खामियाजा नामांकन कराने आये प्रत्याशियों को भुगतना पड़ रहा है। साेमवार को नामांकन कराने के लिए प्रखंड कार्यालय में सुबह सात बजे हीं प्रत्याशी अपने प्रस्तावक के साथ पहुंचकर लाइन में लग जा रहे है। सुबह के साढ़े 10 बजे प्रखंड कार्यालय का गेट खोलकर प्रत्याशी एवं प्रस्तावको को अंदर कराकर गेट में ताला जड़ दिया जा रहा है। 11 बजे के बाद जो भी प्रत्याशी नामांकन कराने प्रखंड कार्यालय पहुंच रहे है, उनकों घंटों इंतजार कराना पड़ रहा है और पुलिस के कोपभाजन का भी शिकार होना पड़ रहा है। कभी कभार तो पुलिस प्रत्याशियों को गेट से हटाने के लिए बल प्रयोग भी रही है। जानकारों का कहना है कि प्रतिदिन नामांकन सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक प्रत्याशियांे से नाम निर्देशन प्रपत्र प्राप्त करना है। लेकिन प्रखंड प्रशासन राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के विपरीत कार्य करते हुए 11 बजे के बाद मुख्य गेट में ताला जड़ दिया जा रहा है। जिससे प्रतिदिन दर्जनों प्रत्याशी बिना नामांकन कराये हीं वापस लौट जा रहे है। बिना नामांकन कराये वापस लौटने वाले सबसे ज्यादा वार्ड सदस्य और पंचप्रत्याशियों की संख्या है। ऐसे में नामांकन कार्य पर प्रखंड प्रशासन के कार्यशैली पर बड़ा ही यक्ष प्रश्न उठने लगा है, जिसे आम लोगों को समझने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी।
प्रत्याशियों व उनके प्रस्ताव को पुलिस बल ने भगाया, नामांकन हॉल में जाने से भी रोका
गड़खा प्रखंड कार्यालय में नामांकन के दौरान दिन के करीब 12 हीं गेट में ताला लगा दिया जा रहा है। जिससे नामांकन कराने आये प्रत्याशियों का नामांकन नहीं हो पा रहा है। सोमवार को नामांकन कराने गये प्रत्याशियों एवं गेट पर तैनात पुलिस बल के नोक-झोक भी हुई। पुलिस प्रखंड के नामांकन हॉल में जाने से प्रत्याशियों को रोक रही थी। लिहालाा पुलिस प्रत्याशियों पर बल प्रयोग कर नामांकन कराने से रोक रही थी। ऐसे में दर्जनों वार्ड सदस्य एवं पंच के प्रत्याशी बिना नामांकन कराये हीं वापस लौट गये है। इससे प्रत्याशियों के साथ-साथ आम लोंगों में आक्रोश व्याप्त हो रहा है।
घोड़ा, रथ एवं डंका बजाते नामांकन कराने प्रखंड कार्यालय आ रहे है प्रत्याशी
गड़खा प्रखंड कार्यालय में नामांकन के लिए प्रत्याशी अनोखे अंदाज में आ रहे है। जिले देख लोग काफी आकर्षित हो रहे है। जानकारी के अनुसार कोई प्रत्याशी घोड़ा के साथ घोड़ दौड़ कराते आ रहे है तो कई प्रत्याशि डंका और भंगरा बजाते हुए अपने समर्थकों साथ प्रखंड कार्यालय पहुंच रहे है। साथ ही कई प्रत्याशी तो इलेक्ट्रॉनिक रथ से आ रहे है। ऐसा लग रहा है जैसे उस रथ पर को दूल्हा बैठा हो। एक से बढ़कर एक अनोखे अंजाद में प्रत्याशी नामांकन कराने के लिए मुखिया, सरपंच बीडीसी के प्रत्याशी प्रखंड कार्यालय में प्रतिदिन आ रहे है।
नामांकन कराने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों की जुट रही हजारों की भीड़, गड़खा शहीद चौक पर दिन भर जाम से जुझते रहे लोग
गड़खा प्रखंड मुख्यालय में नामांकन कराने आ रहे प्रत्याशी एवं उनके समर्थकों से दिनभर जाम की स्थिति बनी रह रही है। वाहन धीरे-धीरे रेंगते हुए गड़खा पार कर रहे है। जाम की स्थिति ऐसी हो जा रही है कि गड़खा शहीद चौक एवं मार्केट करीब 500 मीटर की दूरी क्रॉस करने में करीब एक से दो घंटे लग जा रहे है। गड़खा के शहर में करीब नो बजे के बाद से ही जाम की स्थिति उत्पन्न होने लग रही है। जिससे इस रोड होकर आवश्यक कार्य या सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में कार्य करने वाले लोगों को भारी कठिनाईयो का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालयों में काम करने वाले लोग समय से कार्यालय नहीं पहुंच पा रहे है। वहीं एम्बुलेंस को भी छपरा या पटना जाने में जाम में फंसना पड़ रहा है। जाम की स्थति से शहीद चौक पर तैनात पुलिस भी विफल साबित हो रहे है।
आदर्श आचार संहित का खुलेआम हो रहा उल्लंघन, मुकदर्शक बनी प्रशासन
गड़खा प्रखंड कार्यालय में नामांकन कराने आने वाले प्रत्याशी प्रतिदिन खुलेआम आदर्श आचार संहित का उल्लंघन कर रहे है। मुखिया प्रत्याशी अपनी हनक एवं वर्चस्व दिखाने के लिए सैकड़ों वाहनांे का काफिला लेकर प्रखंड कार्यालय आ रहे है। लेकिन इन प्रत्याशियों द्वारा किये जा रहे आदर्श आचार संहिता उल्लंघन को देखने के लिए कोई भी पदाधिकारी एवं कर्मी दिखाई नहीं पड़ रहे है। जो आम लोगाों में चर्चा का विषय बना हुआ है।


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