राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। देश की आजादी में अपनी प्राणों को न्योछावर करने वाले भारत माता के वीर सपूत शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती पर साधपुर-चमरहियां मार्ग पर स्थापित भगत सिंह स्मारक स्थल परिसर में श्रीनाथ आशावादी की अध्यक्षता में मंगलवार को मनायी गई। इस दौरान उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। जिसमें जिले के विनिन्न हिस्सों से भी कई लोग शामिल हुए। इस मौके पर अपना विचार प्रकट करते हुए लोगों ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अपने साथियों के साथ प्राण न्योछावर करने वाले भगत सिंह समाजिक व्यवस्था से खुश नहीं थे। वह समाज में समानता के प्रबल समर्थक थे। वह जाति-भेद, ऊंच-नीच व हकमारी के खिलाफ थे। क्रांतिकारी भगत सिंह का सपना एक ऐसे देश एवं शोषण-मुक्त समाज का था, जहां सबको मान-सम्मान के साथ जीने का हक मिले और सभी के चेहरे पर मुस्कान हो। माल्यार्पण कार्यक्रम के दौरान प्रो पृथ्वीराज सिंह एवं पूर्व प्राचार्य राजवंशी सिंह ने संयुक्त रूप से स्मारक के संस्थापक श्रीनाथ आशावादी को अंग-वस्त्र भेंटकर सम्मानित किया। मालूम हो कि उक्त स्मारक का निर्माण शिक्षक दंपति श्रीनाथ आशावादी द्वारा कराया गया है। इस मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक काशीनाथ सिंह, शिक्षक नेता उदय शंकर गुड्डू, सुनील गुप्ता, हरेश्वर प्रसाद, धनंजय सिंह आदि अन्य लोग मौजूद थे।


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