- माँझी गोंढा स्थित कैसर-ए-हिन्द की जमीन बेचने का मामला सामने आया
- अन्य प्रदेशों से आकर लोगों ने बना लिए आशियाने
संजीव शर्मा। राष्ट्रनायक न्यूज।
मांझी (सारण)। भारत सरकार की केसर-ए-हिंद जमीन जिसे केन्द्र व राज्य सरकारों को सुरक्षित रखने की जिम्मेवारी मिली हैै। तथा इसकी देख-रेख की जबाबदेही जिला बोर्ड की है। बावजूद इसके माँझी के डोम पड़ाव (महादलित बस्ती) के समीप स्थित सैकड़ों कट्ठा में फैले जमीन को भू-माफियाओं ने बारी बारी बेच दिया। बताया गया है कि मांझी प्रखण्ड मुख्यालय से महज एक किलोमीटर उत्तर स्थित इस जमीन को भू-माफियाओं ने एक जाति विशेष के लोगों को झांसा देकर बेचवा दिया। मालूम हो कि मांझी के महादलित परिवारों को सरकार ने सैकड़ो कट्ठा जमीन जीविकोपार्जन के लिए दिया था। परन्तु इस जमीन पर माफियाओं की नजर पड़ गयी तथा भू-माफियाओं ने इस जमीन को महादलित बस्ती के लोगों को झांसा देकर व लालच दिखाकर स्टाम्प पेपर के सहारे बेचवा दिया। केसरे हिन्द की जमीन पर कई लोगों द्वारा अवैध रूप से मकान भी खड़ा कर लिया गया है। उक्त बड़े भू भाग को मुक्त कराने के लिए एक स्थानीय महादलित परिवार की महिला अनिता देवी ने राज्य सरकार के प्रधान सचिव तथा जिलाधिकारी से लिखित शिकायत भी की। लेकिन आज तक इस जमीन को मुक्त कराने की दिशा में सम्बन्धित पदाधिकारियों द्वारा कोई ठोस कारवाई नही की गई। पदाधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीनता की वजह से भू-माफियाओं की चांदी कट रही है। आवेदिका महिला ने इस जमीन को मुक्त कराने की ठान ली और अधिकारियों को ज्ञापन दिया। सबसे आश्चर्यजनक पहलू यह है कि लाखों की जमीन की मिट्टी कटवाकर भू-माफियाओं ने बेंच दी। महिला ने उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की शिकायत लगभग 16 माह पूर्व की थी। लेकिन शिकायत पत्र पर अबतक कोई कारवाई नही की गई। कोई कारवाई नहीं होता देख महिला ने दो स्मार-पत्र भी पदाधिकारियों को दी। फिर भी कोई कारवाई नहीं हुई। महिला ने कहा है कि यदि एक माह के भीतर जमीन को मुक्त नहीं कराया गया, तो वह माननीय उच्च न्यायालय में लोक जनहित याचिका दायर करेगी।
भुमाफियाओं ने स्टाम्प पेपर पर लिखकर जमीन को कब्जा करा दिया:
माँझी गोंढा पर स्थित सैकड़ो कट्ठा जमीन को भूमाफियाओं ने महादलित परिवार को पैसों का लालच देकर स्टाम्प पेपर पर लिखकर जमीन को कब्जा करा दिया। जमीन लेने वाले भी कैसर-ए-हिन्द की जमीन को खरीद लिया। करोड़ो रूपये में सरकार की जमीन को बेच दिया गया। प्रखंड मुख्यालय के समीप स्थित इस सरकारी जमीन की खरीद बिक्री के खेल से प्रशासन अनजान बना हुआ है। इस जमीन को दूसरे राज्यों से आकर लोगों ने जमीन खरीदी तथा अपना मकान बना लिया है।
केसरे हिन्द की जमीन पर फल फूल रहा है अवैध शराब का धंधा:
केसर-ए-हिन्द जमीन पर अवैध तरीके से देशी शराब का अबैध धंधा तेजी से फल फूल रहा है। तथा स्थानीय प्रशासन द्वारा इस जमीन पर बने अवैध मकान से अनेकों बार बड़े पैमाने पर देशी शराब बरामद भी किया जा चुका है। पहले इस जमीन पर भू माफियाओं की नजर पड़ी और अब उक्त जमीन पर देशी शराब के अवैध कारोबारियों फल फूल रहा है। उक्त जमीन की भगौलिक बनावट का फायदा देशी शराब कारोबारी उठा रहे है।


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