राष्ट्रनायक न्यूज

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मलखाचक गांव में मशरूम मैंन स्व. इन्द्र मोहन सिंह के पुत्रों ने शुरू की मशरूम की खेती

राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा/दिघवारा (राजकमल/मनींद्र नाथ सिंह मुन्ना/एपी सिंह)। छपरा में पहली बार मशरूम की खेती मलखाचक गांव में ही शुरू हुई थी।ऐसे तो इस गांव का ऐतिहासिक महत्व भी रहा है। लेकिन वर्तमान में भी उपलब्धियां कम नहीं है। वो कहते हैं न इतिहास को सुनकर वर्तमान और भविष्य दोनों बदला जा सकता है। इसे सीधा चरितार्थ कर रहा है, सारण जिले का यह गांव।  पिता के सपनों को साकार करने की भावना के साथ मशरूम मैन स्व. इन्द्र मोहन सिंह के पुत्रों ने भी मशरूम की खेती जोर शोर से शुरू कर दी है। आपको यहां बता दें कि मशरूम मैन स्व. इन्द्र मोहन सिंह को अनेक मंचो द्वारा सम्मानित किया गया। इन्हें मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार द्वारा भी सम्मानित किया गया है। इन्होंने बिहार ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों में भी जाकर बेरोजगारी से लड़ाई लड़ रहे युवाओं को ट्रेनिंग दिये। जिसके परिणामस्वरूप आज किसानों के पास करोड़ों रुपए की संपत्ति का प्लांट है और इसके माध्यम से हजारों परिवारों को रोजगार मिल रहा है। शायद यही कारण रहा होगा जिसके चलते उन्हें बिहार के फर्स्ट मास्टर ट्रेनर के रुप में भी जाना जाता है। इन्होंने मशरूम की खेती ही नहीं बल्कि उसके प्रोडक्ट पर भी काम किये थे। जैसे – मशरूम पापड़, मशरूम सेवई, मशरूम बर्फी, मशरूम सत्तु आदि जैसे अनेक प्रकार के लजीज एवं फायदेमंद प्रोडक्ट तैयार किये। इसके पीछे मुख्य रूप से आज के दौर में हो रही कई बीमारीयों, जैसे- कैंसर, मधुमेह, कैलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारीयों से लड़ने की क्षमता और निजात दिलाना था। इन्होंने सपना देखा था, कि बिहार को कुपोषण मुक्त और रोजगार युक्त  बनाने का। लेकिन दुर्भाग्य इस बात का रहा है कि आज हमारे बीच मशरूम मैन नहीं है। 2018 में उनकी हत्या हो गयी। लेकिन उनके चाहने वाले बिहार में बृहद पैमाने पर मौजूद मशरूम किसान विभिन्न जिलों में इनका सम्मान बढाने के लिए जी जान से मेहनत कर रहे हैं और इनके बताए मार्गदर्शन पर चल रहे हैं। इसी कड़ी में मशरूम मैंन के पुत्र व युवाओं के प्रेरणास्रोत अश्विनी प्रताप सिंह सहित अन्य पुत्रों ने एक बार फिर से अपने पैतृक गांव मलखाचक में मशरूम की खेती की शुरुआत की है। इस पहल के साथ ही मशरूम मैंन के पुत्रगण बिहार को विकसित और रोजगार युक्त बनाने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

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