- डी.जे. बजाने पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंधित
- जुलूस में घातक तथा धारदार हथियार ले कर चलने पर प्रतिबंध लगाया गया
- विसर्जन वाले सभी नदी घाटों पर चिकित्सक और एम्बुलेन्स की व्यवस्था रहेगी सुनिश्चित
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि इस वर्ष सरस्वती पूजा का त्योहार दिनांक 5 फरवरी को मनाया जायेगा। प्रतिमा स्थापना के उपरान्त इनका विसर्जन दिनांक 6 फरवरी को हर हाल में किया जाना है। वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर के कारण राज्य एवं जिले में संक्रमितों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। इस परिप्रेक्ष्य में पर्व त्योहार तथा सार्वजनिक कार्यक्रमों में संक्रमण को रोकने एवं उससे बचाव हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन अपेक्षित है। निदेषानुसार सभी धार्मिक स्थल दिनांक 6 फरवरी तक बन्द है। सभी प्रकार के मेलों और प्रदर्शनी के आयोजन को प्रतिबंधित किया गया है। सभी पूजा समितियों को कोविड के दिशा-निर्देशों का अनुपालन शत-प्रतिशत सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। किसी भी प्रकार के आयोजन के लिए जिला प्रशासन/अनुमण्डल प्रशासन की पूर्वानुमति लेते हुए लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य होगा। विधि व्यवस्था के संधारण हेतु सारण जिला के सभी थानाक्षेत्रों में संवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर लिया गया है। इन स्थानों पर पर्याप्त प्रशासनिक सतर्कता अपेक्षित है।
सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी को अपने स्तर से इन स्थानों पर दण्डाधिकारी पुलिस पदाधिकारी और बल की प्रतिनियुक्ति करते हुए स्थिति पर नजर रखने हेतु निर्देषित किया गया है साथ ही सभी अनुमण्डल पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि विवादास्पद स्थलों पर प्रतिमा स्थापित नहीं की जाय। सभी थानाध्यक्ष को आदेश दिया गया है कि प्रत्येक पूजा समिति को अनुज्ञप्ति देने की अनुशंसा करते समय समिति एवं व्यक्तियों की सूची, उनके नाम, पता, मोबाइल नंबर, परिचय पत्र आदि की छायाप्रति थाना पर रखी जाय ताकी शान्ति व्यवस्था बनाए रखने में उनका सहयोग लिया जाय। डी.जे. का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। जुलूस में घातक तथा धारदार हथियार ले कर चलने पर प्रतिबंध लगाया गया है। प्रतिमा स्थापना के उपरान्त विभिन्न क्षेत्रों में पूजनोत्सव पश्चात दिनांक 6 फरवरी को उनका शान्तिपूर्ण विसर्जन सुनिश्चित करने के लिये पदाधिकारियों/पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर उन्हें अपने दायित्व निर्वहन करने का आदेष दे दिया गया है। संबंधित पदाधिकारी संबंधित क्षेत्र के थाना/ अंचल में भ्रमणशील रह कर अपने क्षेत्र की विधि व्यवस्था पर सतर्क नजर रखेंगे ताकी शान्ति व्यवस्था कायम रहे। वर्तमान में चल रही इण्टरमीडिएट परीक्षा के परिप्रेक्ष्य में यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि प्रतिमाओं का शत प्रतिशत विसर्जन 06 फरवरी को हो जाय। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, सारण को आदेश दिया गया है कि जिन नदी घाटों पर प्रतिमा विसर्जन होता है वहां पूर्व में ही प्रशासनिक तैयारी करना सुनिश्चित कर लें। खतरनाक घाटों की पूर्व से पहचान कर वहां विसर्जन पर रोक लगाने को निर्देषित किया गया है। साथ ही नदियों के घाटों पर गोताखोर, बचाव दल की प्रतिनियुक्ति भी वे करना सुनिश्चित करेंगे।
असैनिक शल्य चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सारण से का निर्देश दिया गया है कि विसर्जन वाले सभी महत्वपूर्ण नदी घाटों पर चिकित्सक और एम्बुलेन्स की व्यवस्था करना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित अनुमण्डल पदाधिकारी अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने अनुमण्डल क्षेत्र की विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे. कि त्योहार शान्तिपूर्ण ढंग से संपन्न हो जाय और विधि व्यवस्था की समस्या नहीं उत्पन्न होने पाये। वरीय दण्डाधिकारियों/पुलिस पदाधिकारियों को आदेश दिया जाता है कि क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रह कर विधि व्यवस्था की स्थिति पर सतर्क नजर रखेंगे और किसी भी आकस्मिक स्थिति में त्वरित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। इस अवसर पर जिला नियंत्रण कक्ष-06152-242444 कार्यरत रहेगा जिसके वरीय प्रभार में डा० गगन, अपर समाहत्र्ता, सारण-9473191268 और सौरभ जायसवाल, पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, सारण-8544428112 रहेंगे।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा