- कैंसर के पुष्टि की हुई 9 मामले मिले, मुख कैंसर के 2 मामले में की गयी सर्जरी:
- स्वास्थ्य विभाग और होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की संयुक्त पहल:
औरंगाबाद, 4 फरवरी। जिला में स्वास्थ्य विभाग तथा भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी के अधीन संचालित होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (टाटा मेमोरियल सेंटर) की संयुक्त पहल से कैंसर के रोगियों को चिन्हित करने तथा उनके इलाज में आवश्यक सहायता प्रदान करने की दिशा में काम किया जा रहा है. जिला के विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर आमजन के बीच कैंसर होने के कारणों की जानकारी दी जा रही है. कैंसर रोगियों को चिन्हित करने तथा इलाज संबंधी प्रक्रियाओं की जानकारी देने के लिए सदर अस्पताल में रिसर्च सेंटर द्वारा डिसट्रिक्ट क्लिनिक स्थापित किया गया है तथा यहां पर एक जिला स्तरीय टीम भी है. इस टीम में पांच लोग हैं. इनमें दो जिला तकनीकी अधिकारी, एक नर्स, एक डाटा इंट्री ऑपरेटर और एक पेशेंट नेवीगेटर हैं जो कैंसर मरीजों को खोजने, प्रारंभिक लक्षणों की जांच करने तथा जागरूकता लाने का काम करते हैं.
स्क्रीनिंग में ओवेरियन व गर्दन कैंसर के मामले:
शुक्रवार को विश्व कैंसर दिवस के मौके पर सदर अस्पताल में जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ कुमार महेंद्र प्रताप के नेतृत्व में कैंसर स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन किया गया. इस मौके पर उनके साथ जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथलेश कुमार, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ विकास कुमार, डॉ सुनील कुमार व डॉ मोनिका, जीएनएम चारूलता एवं पूजा तथा जपाइगो के डॉ रूपाली एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे. डॉ महेंद्र प्रताप ने बताया स्क्रीनिंग के दौरान एक महिला में ओवेरियन कैंसर तथा एक अन्य महिला में गर्दन संबंधी कैंसर के मामले मिले हैं. बताया कि दस फरवरी तक कैंसर जागरूकता एवं स्क्रीनिंग अभियान संचालित किया जायेगा. लोगों को कैंसर के विभिन्न लक्षणों की पहचान karneyrnकी जानकारी दी जायेगी.
10 हजार लोगों की हो चुकी है कैंसर स्क्रीनिंग:
होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के जिला तकनीकी पदाधिकारी डॉ कुमार अजीतेष ने बताया कैंसर स्क्रीनिंग एवं अवेयरनेस प्रोग्राम के तहत बीते वर्ष के जून माह से 31 जनवरी तक 10 हजार 244 लोगों की कैंसर स्क्रीनिंग की जा चुकी है. इनमें 4 हजार 533 पुरुष तथा 5 हजार 711 महिलाएं हैं. इनमें से 3 हजार 799 महिलाओं के स्तर कैंसर तथा 215 महिलाओं के सर्वाइकल कैंसर संबंधी स्क्रीनिंग भी की गयी है. बताया कि लक्षणों के आधार पर जांच के दौरान 88 मामलों में मुख कैंसर होने की प्रबल संभावना मिली है. इसी प्रकार स्तन कैंसर के 20 एवं सर्वाइकल कैंसर के तीन मामले संभावित हैं. जिला में कैंसर की पुष्टि की हुई 9 मामले दर्ज किये गये हैं. इनमें मुख कैंसर के 2 मामले में सर्जरी की जा चुकी है. एक रोगी का केमोथेरेपी किया गया है तथा एक रोगी का नियमित रूप से फॉलोअप किया जा रहा है. वहीं 2 सर्वाइकल, एक हड्डी संबंधित कैंसर तथा 2 स्तन कैंसर के मामलों की पुष्टि की गयी है.
लक्षणों की पहचान कर भेजते हैं कैंसर अस्पताल:
स्वास्थ्य विभाग द्वारा नेशनल प्रोग्राम ऑफ प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवासकुलर डिजीज एंड स्ट्रोक कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है. होमी भाभा कैंसर अस्पताल द्वारा चलाये जाने वाले कैंसर स्क्रीनिंग व जागरूकता कार्यक्रम को इसी में शामिल किया गया है, जिसके तहत चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य केंद्रों पर इलाज के लिए पहुंचने वाले पुरुषों तथा महिलाओं में कैंसर के संभावित लक्षणों को भी देखा जाता है. उन लक्षणों के आधार पर चिकित्सकों द्वारा कैंसर स्क्रीनिंग की सलाह के साथ जिला क्लिनिक में रेफर किया जाता है. यहां उस व्यक्ति में कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की जांच के आधार पर बायोप्सी की सलाह दी जाती है और बड़े कैंसर अस्पताल भेजने में मदद की जाती है. आशा को भी पापुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग की ट्रेनिंग दी गयी है जिसकी मदद से वे कैंसर के संभावित लक्षणों के आधार पर कैंसर रोगियों को चिन्हित करने का काम करती हैं.


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