राष्ट्रनायक न्यूज

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देश स्तर के बैज्ञानिक डॉ प्रवीण पाठक ने स्मार्टफोन के माध्यम से फिजिक्स के कई एक्सप्रीमेन्ट करके छात्रों को चौकाया

  • लैब के अभाव में स्मार्ट फोन छोटा लैब साबित हो सकता है

नीरज शर्मा। राष्ट्रनायक न्यूज।
अमनौर (सारण)। प्रखण्ड के धरहरा खुर्द गांव के प्राथमिक बिधायल में यमुना ट्रस्ट के तत्वधान में छोटे स्तर पर रविवार को विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य अम्बिका राय ने किया।इस छोटे से कार्यक्रम में देश स्तर के बैज्ञानिक प्रो डॉ विजय अवधेश सिंह,होमी भाभा सेंटर व टाटा इंस्टीच्यूट फंडामेंटल मुम्बई के बरिये बैज्ञानिक अधिकारी डॉ प्रवीण पाठक,सुप्रशिद्ध साइंस टीचर मिथलेश कुमार,शामिल हुए।इस सेमिनार में  ग्रामीण क्षेत्र के सैकड़ो छात्र भाग लिया।इस दौरान बैज्ञानिक डॉ प्रवीण पाठक ने स्मार्टफोन के माध्यम से  साइंस के कई एक्सप्रीमेन्ट करके दिखाया।इन्होंने छात्रों को बताया कि  प्रयोगशाला के अभाव में स्मार्ट फोन के माध्यम से हम कई एक्सप्रीमेन्ट करके किसी के मानक माप सकते है।इन्होंने त्वरण,ध्वनि,गति,के साथ डॉक्टर इम्फेक्ट,मैग्नेट व मीटर से चुम्बकीय क्षेत्र,लाइट की तीब्रता को एक्सप्रीमेन्ट करके स्मार्ट फोन के माध्यम से मापने का तरीका समझाया।

 प्रश्न- स्मार्टफोन छोटे रूप में बच्चों के लिए लैब के रूप में मददगार हो सकता है क्या?

स्मार्टफोन को ह्यूमन नही मान सकते है पर स्मार्टफोन जरूर मानते है कम खर्च में इसके माध्यम से एक्सप्रीमेन्ट बना सकते है छात्रों को आसानी से समझाया जा सकता है।यह एक छोटी सी लैब के रूप में बहुत ही उपयोगी साबित हो सकती है।

प्रश्न- लैब का विकल्प बन सकता है फमार्ट फोन क्या?

पूरे तरीके से इसको विस्थापित नही कर सकते है,लेकिन कुछ एक्सप्रीमेन्ट सॉफडीकेटेट नही है।उनको हम इसके माध्यम से कर सकते है बहुत ज्यादा शुद्धता के साथ नही किया जा सकता है।लेकिन कई फिजिक्स के नियमो को साबित कर सकते है।बैज्ञानिक बिजय अवधेश सिंह साइंस शिक्षक मिथलेश कुमार ने कहा 1980 के लगभग महाविधालयों से लैब बंद कर दिया गया,साइंस के छात्र पढ़ाई करते है पर उसको सिद्ध करना उन्हें नही आता है,सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत बताया।कार्यक्रम का संचालन शिक्षक नरेंद्र शर्मा ने किया,धन्यवाद ज्ञापन  सैनिक जय प्रकाश सिंह ने किया।इस मौके पर शिक्षक पंकज लाठवर, नीरज शर्मा,पंकज मिश्रा,शंकर मिश्रा, रामेश्वर सिंह,।इसके पूर्व आये अतिथियो को शिक्षकों ने अंग वस्त्र फूल के माला पहनाकर उनका स्वागत किया।

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