राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। सारण स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद सीट से आज सोमवार को राजद समर्थित उम्मीदवार सुधांशु रंजन, भाजपा के धर्मेंद्र कुमार सिंह और निवर्तमान एमएलसी ई सच्चिदानंद राय निर्दलीय अपना-अपना नामांकन करेंगे। इसको लेकर जारी दिशा निर्देशों के बावजूद छपरा शहर में काफी भीड़-भाड़ रहने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा प्रत्याशी बदल कर निवर्तमान एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय को बेटिकट कर दिए जाने के बाद से राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। यहां से निवर्तमान एमएलसी इंजीनियर सच्चिदानंद राय द्वारा अपने नामांकन तिथि की घोषणा और तैयारी में तेजी लाने के बाद ऐन मौके पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा उन पर अविश्वास जताते हुए बेटिकट कर दिया गया है। वहीं अब भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने सारण के समाजसेवी, कारोबारी और भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता के रुप में पहचान रखने वाले धर्मेंद्र कुमार सिंह को प्रत्याशी बनाया है। इसके साथ ही यह भी तय हो गया है कि इस सीट का राजनीतिक और जातीय समीकरण भी बदल जाएगा। बीते राजनीतिक हलचलों पर नजर डालें तो 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन प्रतिनिधि इंजीनियर सच्चिदानंद राय ने अपने समाज की हित में सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें विशेष विमान से दिल्ली ले जाकर भाजपा की वर्तमान राजनीति के चाणक्य अमित शाह से मुलाकात कराई गई थी और अब उन्हीं को टिकट ऐन मौके पर भाजपा नेतृत्व ने बेटिकट कर दिया है। हालांकि अपने छह साल के कार्यकाल में पंचायत प्रतिनिधियों और एनडीए गठबंधन दल के नेताओं से भी दूरी बनाकर चलने का आरोप उनपर लगाया जाता रहा है। हालांकि वह बीते लगभग पांच-छह माह से चुनाव की राजनीतिक में सक्रिय हो गए थे और उनकी यही पंचायत प्रतिनियों की उपेक्षा के भाव को प्रतिद्वंद्वी राजद के सारण सीट से घोषित प्रत्याशी सुधांशु रंजन के द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों के साथ अपने जनसंपर्क अभियान में मुद्दा बनाया गया। बार-बार अपनी सभाओं और सम्मान समारोह के खुले मंच से सुधांशु रंजन यह कहते नजर आए कि मैं पंचायत प्रतिनिधियों के मान सम्मान, उनको सम्मानजनक वेतन, चिकित्सा और पेंशन जैसी सुविधाओं को दिलाने के लिए हमेशा संघर्षरत रहूंगा। मेरा मोबाइल बंद नहीं होगा। 24 घंटे आपकी सेवा के लिए खुला रहेगा। सारण स्थानीय निकाय एमएलसी सीट से अब तस्वीर साफ होती नजर आ रही हैं। भाजपा से धर्मेंद्र कुमार सिंह, राजद गठबंधन से सुधांशु रंजन, निर्दलीय ई सच्चिदानंद राय के बीच मुख्य मुकाबला होने के आसार नजर आ रहे हैं। वहीं कांग्रेस के टिकट पर पूर्व विधायक तारकेश्वर सिंह के भाई संजय कुमार सिंह भी अगर प्रत्याशी के रूप में उतरते को बेताब हैं। वहीं मढ़ौरा इलाके के रहने वाले बतौर निर्दलीय लालू प्रसाद यादव नामक एक शख्स द्वारा भी अपना नामांकन पत्र भरा गया है। बहरहाल, अब देखना यह है कि आगामी 4 अप्रैल को होने वाले मतदान और 7 अप्रैल को होने वाली मतगणना के बाद सारण स्थानीय निकाय के इस सीट से जीत का सेहरा किसके सिर पर बंधता है? पंचायती राज व्यवस्था 2001 में मजबूर बनाए जाने के बाद विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार सीट से पहला चुनाव 2003 में हुआ था। अबतक तीन चुनाव हुए हैं। अब तक के नतीजे बता रहे हैं कि इस सीट से दुबारा कोई भी राजनेता जीतकर वापसी नहीं कर पाए हैं।


More Stories
सारण के सांसद रूडी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की हुई बैठक, विकास योजनाओं पर हुई चर्चा
कार्यपालक सहायकों ने स्थायीकरण की मांग को ले दी चरणबद्ध आंदोलन व अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
चुनाव आयोग की मनमानी और अलोकतांत्रिक कार्रवाई के विरुद्ध सी पी आई(एम) ने निकाला प्रतिरोध मार्च, डीएम को ज्ञापन सौंपा