- परामर्शी सुधा संध्या परिवार नियोजन के साधनों को चुनने में लोगों की करती है सहायता:
- महिलाओं को इच्छानुसार अस्थाई साधन भी नि:शुल्क कराती हैं उपलब्ध:
मधेपुरा, 21 मार्च। जिले के सदर अस्पताल में परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से परामर्श केंद्र चलाया जा रहा है। वैश्विक महामारी कोरोना संकट को लेकर सदर अस्पताल स्थित परिवार नियोजन परामर्श की सेवाओं पर भी असर ज़रूर पड़ा था। लेकिन अब परिवार नियोजन परामर्श केंद्र आमलोगों के लिए पुनः पूर्ण रूपेण संचालित है। परामर्श केंद्र के काउंसलर के द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी दी जा रही व उन्हें जरूरी साधन निःशुल्क उपलब्ध भी कराए जाते हैं। इस परामर्श केंद्र का मुख्य उदेश्य यह है कि लोगों को परिवार नियोजन के बारे में अधिक से अधिक जागरूक किया जा सके। ताकि छोटा परिवार, सुखी परिवार की परिकल्पना को साकार किया जा सके। इस केन्द्र पर सभी दिवस में परिवार नियोजन के सभी साधनों की उपलब्धता के साथ-साथ परामर्शी भी मौजूद रहती हैं।
वर्ष 2011 से सुधा संध्या लोगों को देती आ रही हैं परामर्श, रोजाना 15-20 लोगों को देती हैं परामर्श:
सोमवार को सदर अस्पताल के नियोजन परामर्श केंद्र पर अपनी सेवा प्रदान करने वाली परामर्शी सुधा संध्या बताती हैं कि वह वर्ष 2011 से ही लोगों को परामर्श देने के कार्य से जुड़ी हैं। वे रोजाना करीब 15 से 20 लोगों को परामर्श देती हैं। सुधा बताती हैं कि केंद्र पर आने वाले सभी इच्छुक लोगों को उनके लिए जरूरी परिवार नियोजन के साधन चुनने में वह सहायता करती हैं। फैमिली प्लानिंग कॉर्नर की परामर्शी सुधा संध्या ने बताया परिवार नियोजन कॉर्नर पर जरूरत के सभी स्थायी व अस्थायी दोनों ही साधन उपलब्ध होते हैं। जो परिवार स्थायी साधन का इस्तेमाल करना चाहते हैं जैसे कि पुरुष नसबंदी, महिला बंध्याकरण इत्यादि उन्हें अस्पताल में भेज दिया जाता है। जबकि अस्थायी साधन के रूप में अंतरा इंजेक्शन, कॉपर-टी, छाया, माला-एन, इजी पिल्स, कंडोम आदि फैमिली प्लानिंग कॉर्नर में दिया जाता है। उसके इस्तेमाल और सावधानियों की जानकारी भी परिवार नियोजन कॉर्नर में दी जाती है।
परिवार नियोजन के लिए कारगर तरीकों की भी दी जाती है जानकारी:
परामर्शी सुधा ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण में परिवार नियोजन की बहुत अधिक भूमिका है। परामर्श के लिए आने वाली लोगों को परामर्शी सुधा सभी सरकारी अस्पतालों में ‘अंतरा’ इंजेक्शन और ‘छाया’ गोली निःशुल्क उपलब्धता की जानकारी देती हैं। अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए चिकित्सीय सुझाव के अनुसार इंजेक्शन के प्रावधान को भी बताती हैं। वहीं जो महिलाएं इंजेक्शन लगवाने से डरती हैं उनके लिए छाया गोली डॉक्टर के परामर्श अनुसार खाने को बताती हैं। वे लोगों को जानकारी देती हैं कि गर्भनिरोधक इंजेक्शन का स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। गर्भाशय के कैंसर से बचाव होता है। साथ ही हीमोग्लोबिन भी अच्छा हो जाता है। सही जानकारी नहीं होने के कारण बहुत महिलाएं चाह कर भी परिवार नियोजन के साधन का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं। इस दिशा में परामर्श केंद्र में महिलाओं को परिवार नियोजन साधनों की जानकारी देना काफ़ी कारगर साबित हो रहा है।
परिवार नियोजन के प्रति महिलाओं व पुरुषों में बढ़ रही रूचि:
सिविल सर्जन डॉ. अमरेंद्र नारायण शाही ने बताया फैमिली प्लानिंग कॉर्नर की वजह से जिले में परिवार नियोजन के प्रति लोगों में बहुत जागरूकता आ रही है। यहां लोगों को आसानी से परिवार नियोजन के साधनों की जानकारी मिल जाती व जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध हो जाती हैं। देखा गया है कि यहां से लाभ लेने वाले आम लोग भी अपने क्षेत्र में इसकी जानकारी देते हैं जिससे आसपास के लोग भी इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। परिवार नियोजन परामर्श केंद्र सार्थक सिद्ध हो रहा है। यहां पर महिलाएं साधनों के बारे में जानकारी लेने पहुँच रही और इसे अपना भी रही हैं। पहले की तुलना में परिवार नियोजन के प्रति महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी जागरूक हो रहे है।
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