छपरा(सारण)। विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में सारण से बीजेपी के बागी निर्दलीय प्रत्याशी ई. सच्चिदानंद राय ने शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने राजद के सुधांशु रंजन को शिकस्त दी है। कुल पड़े वैद्य 5169 मतपत्रों में से निर्दलीय सच्चिदानंद राय को 2819 मत मिले हैं। जबकि राजद के सुधांशु रंजन को 1982 वोट हासिल हुए हैं। बीजेपी प्रत्याशी की करारी हार हुई है। बीजेपी के धर्मेंद्र कुमार सिंह को महज 254 वोट से ही संतोष करना पड़ा। इससे पूर्व कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयुक्त कार्यालय भवन में मतगणना हुई। प्रथम वरीयता में ही निर्दलीय सच्चिदानंद राय की जीत सुनिश्चित हो गई। यहां बता दें कि इससे पूर्व भी ई. सच्चिदानंद राय ही सारण का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। लेकिन इस चुनाव में बीजेपी ने उन्हें टिकट न देकर धर्मेंद्र कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया। इस कारण श्री राय ने बीजेपी से बगावत कर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतर कर शानदार जीत दर्ज की। बीजेपी का दांव उल्टा पड़ गया।
जिन्होंने मुझे वोट दिया उनको धन्यवाद देता हूं: सुधांशु रंजन
जो मुझे वोट जनप्रतिनिधियों ने दिया उनको धन्यवाद दे रहा हूं। जनप्रतिनिधियों पर मुझे भरोसा है। जो सच्चाई है मुझे स्वीकार है। सेवा जारी रहेगी।
भाजपा की सुनें- भाजपा के जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा कि पार्टी के स्तर से काफी प्रयास की गई है। हार हुई है इसकी समीक्षा की जा रही है। पार्टी व कार्यकर्ता स्तर पर भी होगी। इसके लिए पार्टी को आंतरिक रिपोर्ट दिया जायेगा। चुनाव में क्या सुधार किया जा सकता है।
राजद की हार की वजह
राजद में भीतरघाट
नया चेहरा के प्रत्याशी
क्षेत्र में कमजोर पकड़
नेताओं के साथ समन्वय की कमी
गुटबाजी
जीत की 5 वजह
टिकट कटने के बाद सहानुभूति वोट
क्षेत्र में मजबूत पकड़
मजबूत प्रबंधन तंत्र
बीजेपी का कमजोर प्रत्याशी
बीजेपी में आंतरिक गुटबाजी
सारण के जनप्रतिनिधियों की जीत है: ई. सच्चिदानंद राय
जीत के बाद ई. सच्चिदानंद राय ने कहा कि यह जीत जनप्रतिनिधियों की है। आखिरी में मेरे साथ षड्यंत्र हुआ। जिसका जवाब जनप्रतिनिधियों ने दिया है। अपना सही वकील चुना है। विचारधारा किसी पार्टी से बंधी नहीं होती है। सबका साथ सबका विकास की नीति पर मैं चल रहा हूं। मैं भी प्रधानमंत्री के इस संकल्प पर विश्वास करता हूं।
सबसे पहले जो लोग सम्मान दिया है उसको पूरा करूंगा
ई. सच्चिदानंद राय ने कहा कि सबसे पहले जिन लोगों ने मुझे सम्मान दिया है,मुझे यहां चुना है उनके लिए काम करुंगा। अगले दो वर्ष तक स्वतंत्र रुप से काम करुंगा। निश्चित रुप से कोई राजनीति में बिना पार्टी बहुत दिन तक नहीं रह सकता है। आगे तय करेंगे। मुझे 11 गुना अधिक वोट प्राप्त हुआ है। मेरा कर्तव्य बनता है कि पहला जनप्रतिनिधि है। उनके लिए ही अभी सिर्फ सोचूंगा और करुंगा।
हार मुझे स्वीकार है, कहीं चूक हुई: धर्मेंद्र समाजसेवी
हार मुझे स्वीकार है,कहीं न कहीं मुझसे चुक हुई है। इसका बारिकी से समीक्षा कर रहा हूं। उसमें आगे सुधार किया जायेगा। लोगों के लिए मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।
- राजद के सुधांशु रंजन को 1982 वोट
- भाजपा के धर्मेंद्र कुमार सिंह को 254 वोट से ही संतोष करना पड़ा
- कुल पड़े 5169 मतपत्रों में से निर्दलीय सच्चिदानंद राय को 2819 मत मिले
सच्चिदानंद राय ने कहा- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ सबका विकास में विश्वास है, अगले दो वर्ष तक स्वतंत्र रूप से काम करूंगा।
किसको कितना मिला वोट
सच्चिदानंद राय- 2819
सुधांशु रंजन- 1982
धर्मेंद्र सिंह- 254
संजय सिंह- 50
लालू प्रसाद यादव- 07
सुशांत कुमार सिंह- 30
राजद की सुनें-
राजद विधायक जितेन्द्र राय ने कहा कि जनप्रतिनिधि का जो जनादेश आया है उसकी समीक्षा करेंगे। कहां चुक हुई कि चुनाव परिणाम मेरे पक्ष में नहीं आया।


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