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बच्चे की पहली गर्मी में रखें विशेष ख्याल : डॉ यश शर्मा

  • शिशु को हाइड्रेट रखने के लिए उसे थोड़ी-थोड़ी देर में पिलाती रहें दूध:

मधेपुरा, 8 अप्रैल।

अप्रैल महीने की शुरुआत से ही तपिश बढ़ती जा रही है। इन दिनों में हर कोई धूप से परेशान हो जाता है क्योंकि धूप की वजह से कई सारी परेशानियों का सामना कर पड़ता है। छोटे बच्चे जिसकी इस बार पहली गर्मी है तो उसका विशेष ख्याल रखने की जरूरत होती है। अगर आपके शिशु की पहली गर्मी है, तो आपको ज्‍यादा संभलकर रहने की जरूरत है। गर्मी में बच्‍चे को लू लगने, घमौरियों और त्‍वचा से जुड़ी कई परेशानियां हो सकती हैं। इस बात से बच्चे के साथ साथ माता – पिता को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी से बचने के लिए इस बात की जानकारी बहुत ही जरूरी हो जाती कि माता – पिता अपने अपने बच्चे का किस तरह ख्याल रखें ताकि बच्चे की सेहत पर बढ़ती गर्मी का प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े। इस संबंध में सदर अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ यश शर्मा के द्वारा दिए गए निम्न सलाह को अपनाकर आप अपने शिशु का विशेष ख्याल रख सकते है।

बच्चे को हाइड्रेट रखें, ब्रेस्‍ट मिल्‍क से शिशु को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें:

डॉ यश शर्मा कहते हैं कि गर्मी एक ऐसा मौसम है जो शरीर से पानी को खींच लेता और शरीर में डिहाइड्रेशन पैदा कर सकता है। नवजात शिशु सिर्फ मां का दूध पीते हैं और उन्‍हें इससे पोषण और हाइड्रेशन मिलता है। शिशु को हाइड्रेट रखने के लिए उसे थोड़ी-थोड़ी देर में दूध पिलाती रहें चूंकि, पसीना आने से भी बच्‍चे के शरीर से फ्लूइड्स निकल जाते हैं। इसलिए इस मौसम में ब्रेस्‍ट मिल्‍क से शिशु को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें।

तेज धूप में बाहर न लें जाएं:

डॉ यश ने बताया कि सुबह के 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक तेज गर्मी पड़ती है इसलिए इस समय में 6 महीने से कम उम्र के बच्‍चों को घर से बाहर नहीं निकालना चाहिए। शिशु की त्वचा में बहुत कम मेलानिन होती है जिससे बालों, स्किन और आंखों को अपनी रंगत मिलती और यह सूर्य की किरणों से भी बचाती है।

रैशेज से बचाव के लिए पहनाएं सूती कपड़े:

डाक्टरी सलाह के अनुसार बच्चे को गर्मी में सूती और ढीले कपड़े पहनाएं। क्‍योंकि इससे बच्‍चे की स्किन सांस ले पाती, ठंडी रहती और हीट रैशेज नहीं होते हैं। कोशिश करें कि धूप के समय शिशु को घर से बाहर न निकालें। अगर बाहर जाना भी पड़ रहा है तो शिशु को सिर पर सूती कैप पहनाकर रखें और धूप के सीधे संपर्क में आने से बचाएं।