- सुअरपालन वाले क्षेत्रों में प्राथमिकता पर जेई टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश
राष्ट्रनायक न्यूज।
गया (बिहार)। जिला में एईएस—जेई की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. इस रोग के बारे में जागरूकता लाने, आवश्यक टीकाकरण तथा स्वास्थ्य केंद्रों को चुस्तदुरुस्त रखने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के तहत सुअरपालन वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां बच्चों का जेई टीकाकरण किया जा रहा है. जिला के सभी 24 प्रखंडों, शहरी क्षेत्र में स्लम बस्ती तथा शेरघाटी नगर परिषद में सुअरपालन वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला के विभिन्न प्रखंडों के लगभग 250 पंचायतों के एक हजार से अधिक ग्राम व टोलों को सुअरपालन वाले क्षेत्र के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. इन क्षेत्रों में सघन रूप से छोटे बच्चों का जेई टीकाकरण किया जायेगा. शेरघाटी नगर परिषद के वार्ड नंबर एक से 7 तथा 10, 14 एवं 16 में सघन अभियान के तहत जेई टीकाकरण कार्य किया जायेगा. ये सभी क्षेत्र सुअरपालन क्षेत्र हैं. वहीं शुक्रवार को प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी तथा बीएचएम की मौजूदगी में फतेहपुर, गुरुआ तथा अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आंगनबाड़ी सेविकाओं का एईएस—जेई टीकाकरण को लेकर संवेदीकरण कार्य भी किया गया. एईएस—जेई रोकथाम संबंधी तैयारियों को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ राजीव अम्बष्ट ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया. शहरी क्षेत्र के कलेर हरिजन टोला जाकर वहां सर्वे कार्य में हिस्सा लिया तथा अपनी निगरानी में बच्चों का जेई टीकाकरण भी कराया.
प्राथमिकता के आधार पर जेई टीकाकरण कराने का निर्देश:
एईएस—जेई टीकाकरण को लेकर सिविल सर्जन डॉ कमल किशोर राय ने शेरघाटी तथा टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक और सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे सुअरबाड़ा के आसपास के छूटे हुए बच्चों का जेई टीकाकरण अनिवार्य रूप से करायें. कहा है कि जिला में कुछ वर्षों से जेई के मामले मिलते आ रहे हैं जिसके कारण बच्चों की मृत्यु हो जाती है. जैपनीज इंसेफलाइटिस के अधिकांश मामले सुअरबाड़ा के आसपास के क्षेत्रों में अधिक होता है. इसलिए वहां के सभी छूटे हुए बच्चों का जेई टीकाकरण कराना अनिवार्य है. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर सर्वे कराकर प्राथमिकता के आधर पर जेई टीकाकरण कराना सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
जेई टीकाकरण की मॉनिटरिंग स्वास्थ्य अधिकारियों के जिम्मे:
गया शहरी क्षेत्र में जेई टीकाकरण के सफल संचालन के लिए नियमित पर्यवेक्षण की ज़िम्मेदारी वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों को दी गयी है. इनमें गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ फिरोज अहमद, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पंकज कुमार, जिला वेक्टर बॉर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक तथा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ राजीव अम्बष्ट शामिल हैं. वरीय स्वास्थ्य अधिकारी जेई टीकाकरण वाले क्षेत्रों में सर्वेक्षण एवं टीकाकरण कार्यों की गुणवत्ता की जांच बारीकी से करेंगे तथा इसकी रिपोर्ट सिविल सर्जन को देंगे. शहरी क्षेत्र में तेलबिगहा, रामसागर, कटारीहिल रोड, आंबेडकर नगर, इकबार नगर, डेल्हा, घुंघरी टांड तथा भुसुडां आदि शामिल हैं. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को कार्यों की समीक्षा के लिए नोडल पदाधिकारी बनाया गया है.


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