राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। सारण के वित्तानुदानित शिक्षा कर्मियों ने बिहार के शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर अनुदान पर रोक लगाने के बाद उत्पन्न परिवारिक संकट के बारे में बात बताई। वहीं वित्तानुदानित शिक्षा के गुरुजन को आपकी सरकार द्वारा और कितना उपेक्षित एवं प्रताड़ित किया जाएगा, बिहार की जनता यह सब आपलोगों का जिलेबिया चाल गोलगोल घुमावदार सब बारीकी से देख रही है, कैसे आप प्रबंधन के पक्षधर है? आपको “वेतनमान ” देना है तो सदन में घोषणा कीजिये अन्यथा इन संस्थानों को सदा के लिये बन्द करने की घोषणा करें ताकि श्रम शक्ति का शोषण एवं अपव्यय प्रदेश में न हो। महाशय, जब से सरकार अनुदान पर रोक लगाई है तब से प्रदेश के हित मे छात्रों का रिजल्ट भी रद्द करने की भी घोषणा करें साथ ही साथ संस्थानों की जमीन जो महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम निबंधित है, उसे भी उचित मुआवजा सहित लौटाई जाए। संस्थानों की अबतक की जमा राशि चक्रबृद्धि ब्याज सहित लौटाई जाय जिसके बल पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्च माध्यमिक) खड़ा है, हमसभी के पैसों से बोर्डकर्मी हर सुख सुविधाओं का आनंद उठा रहे है और हम- सब अपना गवाँ कर तमाशाबीन बनकर आपकी थोथी दलील सुनते रहें। महोदय, जल्द से जल्द ऐसा करके अपनी जवाबदेही से मुक्त होइए और हमसभी इसके बाद बिहार की आदर्शवादी एवं न्यायप्रिय सरकार से इस संदर्भ में कोई माँग नहीं करेंगे और बिहार की जनता आप की तथा सुशासन की सरकार का गुणगान करेगी।


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