पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। थाना क्षेत्र से गुजर रही एस एच 90 और 73 पर लगातार प्रतिदिन हो रहे सड़क हादसों से सड़कें ‘लाल’ हो रही हैं। ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता कि सड़क हादसे में कोई घायल या किसी की मौत न हो। सड़क दुर्घटनाओं में प्रति महीने दर्जनों लोगों की जान जाने पर पुलिस, प्रशासन व संबंधित विभागों द्वारा इस पर रोक लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाता है। लेकिन वह कारगर साबित नहीं होते,जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है। चालकों की जरा सी लापरवाही ने कइयों की जिंदगी लील ली और परिजनों को जीवन भर का दर्द दे दिया। तेज गति, लापरवाही और शराब के नशे में वाहन चलाने के कारण सैंकड़ों लोग मौत का ग्रास बन चुके हैं। सड़क दुर्घटना में लगातार हो रही मौतों के लिए सरकारी व्यवस्था तो जिम्मेदार है ही, साथ ही वाहन चालक भी कम दोषी नहीं हैं। लोग यातायात नियमों का उल्लंघन करना शान समझते हैं। यही कारण है कि वह दुर्घटना का शिकार होते हैं और जान से हाथ धो देते हैं। इसके चलते ही मशरक में दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है।
मशरक थाना क्षेत्र में ऐसा कोई दिन नहीं गुजरता जिस दिन किसी मां की गोद सूनी न होती हो या किसी बच्चे के सिर से पिता का साया न छिनता हो, किसी पत्नी की मांग का सिंदूर न उजड़ता हो। विडंबना है कि इसके बाद भी लोग सबक लेने के लिए तैयार नहीं हैं। सड़क हादसों का एक बड़ा कारण चालकों द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करना भी है। इससे अधिक सड़क हादसे होते हैं। इसके चलते चालक स्वयं की जान तो खतरे में डालता ही है दूसरे व्यक्ति के लिए भी खतरा बनता है। यदि सभी के द्वारा नियमों का पालन किया जाए तो सड़क हादसों में कमी आने के साथ मरने वालों की संख्या भी कम हो सकती है।बार-बार दुर्घटनाओं के होने के पीछे सड़क पर धीमी गति के ब्रेकर नहीं होने, मोड़ पर ब्रेकर नहीं होने, सड़क के दोनों तरफ आबादी होने, अचानक पशुओं या नीलगाय का आगे आ जाना, चेतावनी बोर्ड नहीं लगाना, लोगों द्वारा ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करना, ज्यादातर लोगो का हेलमेट इस्तेमाल नहीं करना घटना घटित होने का कारण माना गया है।
थानाध्यक्ष राजेश कुमार बताते हैं कि सड़क हादसों का ज्यादातर शिकार होने वालों में ज्यादातर युवा पीढ़ी हैं मृतक या घायल 18 से 40 वर्ष के बीच के हैं। ऐसे युवाओं के परिजनों से निवेदन है कि उन्हें यातायात नियमों की जानकारी दे ताकि हादसों पर अंकुश लगाया जा सके। मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा ने बताया कि सड़कों पर यातायात नियमों के पालन के लिए जागरूकता अभियान लगातार चलाया जाता है वही सड़कों पर यातायात नियमों का बोर्ड, प्लास्टिक के खाली डार्म, लगाया जा रहा है।वही थाना स्तर पर लगातार वाहन चेकिंग अभियान चलाएं जाने का आदेश जारी किया गया है। वही थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस के तरफ से सड़क दुघर्टनाओ का आंकड़ा कम करने के लिए वाहन चेकिंग, जागरूकता अभियान चलाया जाता है पर एक बात तो साफ है कि लोग चालान के डर से कुछ घंटों के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन करते है लेकिन अपनी जिंदगी की कीमत नहीं समझते है। जब तक आम लोगों में सुधार नही होता हैं तब तक दुर्घटनाओं पर रोक लगाना मुश्किल है।


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