- कालाजार उन्मूलन के लिए क्लस्टर फोरम का हुआ गठन
- गड़खा प्रखंड के तीन गांवों की समूह को मिलाकर बनाया गया फोरम
- कालाजार उन्मूलन के लिए सीफार के द्वारा बनाया जा रहा है रोगी सहायता समूह
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। कालाजार के प्रति समुदाय में जागरूकता लाने में क्लस्टर फोरम के सदस्य कालाजार दूत की भूमिका निभा सकते है। कालाजार उन्मूलन में सामुदायिक जागरूकता आवश्यक है। ऐसे में कालाजार को मात दे चुके मरीज अब चैंपियन बनकर लोगों को जागरूक करेंगे। उक्त बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने जिले के गड़खा प्रखंड के मीठेपुर पंचायत भवन में आयोजित क्लस्टर फोरम के गठन के दौरान कही। उन्होने कहा कि कालाजार से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करने में क्लस्टर फोरम के सदस्य सशक्त भूमिका निभा सकते है। कालाजार उन्मूलन के लिए सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के द्वारा सामुदायिक सहभागिता को सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। कालाजार से ठीक हो चुके मरीजों का ग्रुप बनाया जा रहा है। एक ग्रुप में 10 से 15 सदस्य है। तीन ग्रुप को मिलाकर एक क्लस्टर फोरम का गठन किया जा रहा है। शनिवार को कदना, सरगटी और रहमपुर गांव के ग्रुप को मिलाकर क्लस्टर फोरम का गठन किया गया। उन्होने कहा कि कालाजार चैंपियन के रूप में काम करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहन राशि भी दी जायेगी। अगर कोई व्यक्ति किसी कालाजार मरीज को अस्पताल लाता है और जांच में वह पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे 500 रूपये की प्रोत्साहन राशि दिया जायेगा। इसके साथ हीं मरीज का ट्रीटमेंट पूरा करना होगा और छह माह तक फॉलोअप करना होगा। तब यह राशि देय होगा। उन्होने ग्रुप के सदस्यों से अपील किया कि गांव में अपने आस-पास के लोगों को कालाजार से बचाव, इलाज और उपचार के बारे में जानकारी देकर जागरूक करें। इसके साथ हीं कालाजार से बचाव के लिए छिड़काव जरूरी है। छिड़काव कार्य में भी सहयोग अपेक्षित है। इस दौरान आगत अतिथियों का स्वागत सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के स्टेट कंसल्टेंट अरूणेन्दु झा ने किया वहीं मंच का संचालन जिला समन्वयक रितेश कुमार राय ने किया। इस मौके पर भीबीडीसी सुधीर कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सर्वजीत कुमार, केयर इंडिया के डीपीओ आदित्य कुमार, केटीएस मारूति करूणाकर, पीसीआई आरएमसी सत्यप्रकाश यादव, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गनपत आर्यन, जिला समन्वयक विनोद श्रीवास्तव, प्रखंड समन्वयक रंजन कुमार समेत अन्य मौजूद थे।
कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है जिला:
जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार सुधीर कुमार ने बताया कि सारण जिला कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है। प्रति दस हजार के आबादी पर एक या एक से कम मरीज हो तो कालाजार उन्मूलन माना जायेगा। सारण जिले का एक मात्र इसुआपुर प्रखंड कालाजार प्रभावित है। उन्होने कहा कि कालाजार उन्मूलन की दिशा में सीफार के द्वारा जो सहयोग किया जा रहा है वह काफी सराहनीय है। यह ग्रुप स्वास्थ्य विभाग और समुदाय के बीच संवाद वाहक के रूप में एक सशक्त माध्यम साबित होगा।
बालू मक्खी के काटने से होता है कालाजार:
केयर इंडिया के डीपीओ आदित्य कुमार ने कहा कि कालाजार मादा बालू मक्खी के काटने से फैलता है। इससे बचाव के लिए छिड़काव जरूरी है। कालाजार दो प्रकार का होता है। एक चमड़ी वाला जिसे पीकेडीएल कहा जाता है। दूसरा बुखार वाला कालाजार जिसे भीएल कहा जाता है। कालाजार के मरीजों को प्रोत्साहन राशि भी देने का प्रावधान है।
कालाजार के मरीजों ने की अपने हक की मांग:
क्लस्टर फोरम के गठन के दौरान बैठक में शामिल कालाजार को मात दे चुके मरीजों ने अपनी समस्याओं तथा अनुभवों को साझा किया। इस दौरान कालाजार के मरीजों ने अपनी दर्द और कष्ट को बताकर एक दूसरे को जागरूक किया। वहीं कई मरीजों को प्रोत्साहन राशि नहीं मिलने की शिकायत मिली। जिसपर डीएमओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तुरंत भुगतान कराने का निर्देश दिया। वहीं कालाजार के मरीजों ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में हम लोगों को प्राथमिकता देने की बात कही गयी। उन्होने कहा कि हम इसका लाभ मिलना चाहिए। डीएमओ और अन्य पदाधिकारियों ने हर संभव सहयोग कर हक दिलाने का आश्वासन दिया।


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