विश्वमोहन चौधरी संत। राष्ट्रनायक न्यूज।
पटना (बिहार)। डा. कुमार सत्यम फिजियोथैरेपिस्ट चैनपुर सिवान मीडिया से बात चीत के क्रम में बताया कि दर्द मे फिजियोथेरेपी सबसे सफल ईलाज है। इसमें किसी प्रकार कि दर्द की दावा नही खाना पड़ता है। जिससे दर्द और दवाओं दोनो से छुटकारा दिलाती है। फिजियोथेरेपी डा कुमार सत्यम कहते है कि आधुनिक और फैशन के दौर मे अनजाने में या जानबुझकर अपने स्वस्थ और शरीर से भी खिलवाड़ करने से भी नही चूक रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण लड़कियों के बीच हाई हिल या पेंसिल हिल सूज या सैंडल का क्रेज है इससे पैरो पर और पंजों पर दबाव पड़ता है जो कि उंगलियों व पुरे शरीर को प्रभावित करते है इससे घुटना की परेशानी बढ़ जाती है इससे शरीर का पुरा भार घुटने के अंदर के मांसपेशियों पर पड़ता है एक स्टडी के अनुसार इसका प्रेसर 26% आका गया है इससे आपको गठिया कि शिकायत हो सकती है हाई हील्स पहनने से पिंडली की मासपेसी सिकुड़ने लगती है आपकी मासपेसी छोटी व कस सकती है इस कारण पंजे में घुटने मे हिप्स या पीठ दर्द की शिकायत रहती है। डा कुमार सत्यम का कहना है कि फिजियोथेरेपी से शरीर की मांसपेशियों जोड़ो हड्डियों और नसों के दर्द या तकलीफ वाले हिस्से मे वैज्ञानिक तरीके से आधुनी मशीनों कसरत टेपिंग आदि के माध्यम से मरीजों को आराम पहुंचाया जाता है। पिछले कुछ वर्षो से इस तकनीक पर लोगो का विश्वास बढ़ा है। लेकिन वर्तमान में सरकारी अस्पतालों मे इसकी सुविधा बदहाल है डा कुमार सत्यम पटना के कई जाने माने अस्पतालों मे काम कर के अपना पहचान बनाए है जिससे उनको इन कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। डा सत्यम कहते है की अगर दावा इंजेक्शन और अपरेशन के दर्द से राहत पाना चाहते है तो फिजियोथेरेपी कारगर उपाय है स्वास्थ और सेहत दोनो ही क्षेत्रों के लिए यह तकनीक उपयोगी है। मरीज तभी फिजियोथैरेपिस्ट के पास जाते है जब दर्द असहनीय हो जाती है डा कुमार सत्यम ने कहा कि फिजियोथेरेपी कमजोर पड़ते मसल्स और नसों को मजबूत करता है यही वजह है कि अब इसकी जरूरत हरेक जगह महसूस कि जा रही है।
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