8 प्रखंडों के 51 पंचायतों 261 गांव बाढ़ की चपेट में, 239800 आबादी प्रभावित, प्रति परिवार के बैंक खाते में जाएंगी छह हजार रूपये
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
छपरा (सारण)। जिले के आठ प्रखंडों के 51 पंचायत के 261 गांव में बाढ़ की प्रलयकारी लीला जारी है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा लगातार राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है। जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश के आलोक में बाढ़ राहत केन्द्रों पर कोरोना की रैपिड एन्टीजेन टेस्ट शुक्रवार से शुरू कर दी गयी। जिलाधिकारी ने बाढ़ से प्रभावित जो लोग राहत शिविर में रह रहे हैं उनके स्वास्थ्य परीक्षण करने का निर्देश दिया था। इसके अतिरिक्त वैसे लोग जिनमें सर्दी-खाँसी, बुखार जैसे कोरोना का कोई लक्षण हो उनका रैपिड एन्टीजेन टेस्ट कराने का भी निर्देश दिया गया है, साथ ही यह टेस्ट लोगों के मांग पर भी किया जायेगा। तरैया प्रखण्ड के पोखरेरा और भगवत पुर में करीब 14 लोगों का एन्टीजेन टेस्ट किया गया और सभी रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त सभी पीएचसी पर भी रैपिड एन्टीजेन टेस्ट प्रारम्भ कर दिया गया है।
बाढ़ पीड़ित परिवारों को दिया जाएगा 6 हजार रूपये, बैंक खाते में जाएंगी राशि
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के ने सारण जिला के आठ अचलों पानापुर, मशरक, तरैया, परसा, मकेर, अमनौर, मढ़ौरा तथा इसुआपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्रति परिवार 6 हजार रूपये की राशि जीआर के रूप मे पीएफएमएस के माध्यम से उनके खातों में डालने का निर्देश संबंधित अंचलाधिकारियों को दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा संबंधित अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि संबंधित अंचलों के पीएफएमएस डाटा के त्रुटिपूर्ण मामलों का अविलंब निराकरण करते हुए प्रभावित परिवारों की सूची सार्वजनिक कर दो दिनों के अंदर विहित प्रक्रिया के अनुसार प्रभावित परिवारों को आनुग्रहिक राहत (जीआर) की राशि 6 हजार रूपये प्रति परिवार की दर से भुगतान पीएफएमएस के माध्यम से किये जाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
8 प्रखंडों के 51 पंचायतों 261 गांव बाढ़ की चपेट में, 239800 आबादी प्रभावित
आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी ने बताया गया है कि सारण जिला के आठ प्रखंड के कुल 51 पंचायत बाढ़ प्रभावित हुए हैं। इन 51 पंचायतों के 216 गाँव प्रभावित हुए हैं। पानापुर के 11 पंचायत के 60 गाँव, तरैया के 13 पंचायत के 70 गाँव, मशरख के 11 पंचायत के 32 गाँव, अमनौर के 5 पंचायत के 22 गाँव तथा मकेर के 7 पंयाचत के 19 गाँव, परसा के 2 पंचायत के 6 गाँव, तथा मढौरा के 2 पंचायत के 7 गाँव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इन आठ प्रखंडों में 2 लाख 39 हजार 800 की आबादी तथा 6000 पशु बाढ़ से प्रभावित हुए है। अपर समाहर्ता ने बताया है कि जिला प्रशासन के द्वारा राहत एवं बचाव के का कार्यों में तेजी लायी गई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अभी तक 8398 पॉलिथीन सिट्स का वितरण कराया गया है। करीब 46 अस्थायी चापाकल तथा 84 शौचालयों का निर्माण कराया गया हैं। 168 नाव एवं 13 मोटर वोट का निरंतर परिचालन किया जा रहा है। करीब 74 हजार 745 लोंगों को निष्क्रमित किया गया है जो ऊँचे स्थानों पर बनाये गये राहत शिविर में रह रहे हैं।
134 सामुदायिक किचेन में 74 हजार 745 लोगों को दिया जा रहा भोजन
आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए करीब 134 सामुदायिक किचेन चलायी जा रही है। जिसमें करीब 74 हजार 745 लोगों को भोजन कराया जा रहा हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों 16 स्वास्थ्य केन्द्र खोले गये हैं जहाँ अभी तक 566 लोगों का इजाल किया गया हैं। कुल 13 हजार हैलोजन की टैबलेट का वितरण कराया गया है। करीब पाँच पशु कैम्प खोले गये हैं, जहाँ अभी तक 1045 पशुओं का इलाज किया गया है।


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