- मनमानी: मामला नगरा प्रखण्ड का, जिले के 76 पंचायतों में होगा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य
- भास्कर एक्सपोज }अनदेखी कर सड़क व नहरों के किनारे फेंका जा रहा कचरा
विकास कुमार। राष्ट्रनायक न्यूज।
नगरा (सारण)। “स्वच्छ गांव समृद्ध गांव” के उद्देश्य से जिले के लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत जिले के नगरा प्रखंड के चार पंचायतों को चयनित किया गया है। जिसमें अफौर, खैरा एवं धुपनगर धोबवल पंचायत के सभी घरों में कचरा उठाव करने के लिए डस्टबिन समेत अन्य उपकरणों का वितरण कर दिया गया और नियमों की अनदेखी कर प्रतिदिन कचरा उठाव शुरू कर दिया गया है। लेकिन आश्चर्य की बात है इन पंचायतों अभी तक प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण नहीं किया गया है। फिर भी सरकार के “स्वच्छ गाँव समृद्ध गांव” लोकोक्ति के विपरीत नियमों की अनदेखी कर कचरा उठाव कर अफौर पंचायत के सड़कों एवं नहरों के किनारे फेंक दिया जा रहा है। वहीं नहरों के किनारे फेंके गये कचरा पानी में बहकर अन्य स्थानों पर भी जा रहा है। जिससे नहरों का पानी दूषित हो रहा है और वायु प्रदुषण तेजी से फैल रहा है। जिससे स्थानीय लोगों में गंभीर महामारी फैलने का डर सताने लगा है। जानकारी के अनुसार अफौर पंचायत के खैरा से सैदुपुर रोड एवं नहर के पास उठाव किये जा रहे कचरा को फेंका जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अफौर, सैदुपुर, राजपाल टोला एवं रामाचौरा गांव से उठाव किया जा रहा कचरा को अफौर-खैरा पंचायत सीमावर्ती इलाके में फेंक दिया जा रहा है। बदबू होने के कारण अब लोग टहलना बंद कर दे रहे है।
4.70 लाख की लागत से बनेगी कचरा प्रोसेसिंग यूनिट
जिले में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए चयनित सभी पंचायतों में कचड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण करने का प्रावधान है। जानकारों की माने तो कचड़ा प्रोसेसिंग यूनिट मनरेगा के तहत करीब 4.70 लाख की लागत से निर्माण किया जाएगा। साथ हीं प्रखंड एवं कलस्टर स्तर पर भी बड़ा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण कराया जाएगा। जिसके लिए अंचलाधिकारी द्वारा जमीन उपलब्ध कराया जाना है।
डोर-टू-डोर कचरा का उठाने का प्रावधान
ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन को क्रियान्वित करने को लेकर 76 पंचायतों को चयनित किया गया है। जहां डस्टबीन, ठेला रिक्शा, फॉगिंग मशीन, स्वच्छता कीट, टूल कीट समेत अन्य सामग्रियों का वितरण का प्रतिदिन डोर-टू-डोर कचरा का उठाव करने का प्रावधान किया गया है। पंचायतों में कचरा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण किया जाएगा।
बीडीओ व मुखिया ने कचरा उठाव की शुरुआत की थी
जिले के नगरा प्रखंड में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन ग्राम पंचायत राज अफौर में कचरा उठाव का शुरूआत प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रशान्त कुमार एवं मुखिया रीना देवी द्वारा किया गया था। जानकारी के अनुसार विगत 20 अगस्त 2022 को अफौर में कार्यक्रम आयोजित कर ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन की शुरूआत किया गया। जहां डस्टबिन समेत अन्य उपकरणों का वितरण किया गया। और उसी दिन से डोर-टू-डोर कचरा उठाव का शुरू कर दिया। इसके बाद उठाव किये गये कचरा को प्रोसेसिंग नहीं कर सड़क व नहरों के किनारे फेंका जा रहा है।
शहरी क्षेत्र में दो लाख लग चुका है जुर्माना:
ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन के मामले में वेन्ट्रन फोरम के महासचिव ने एनजीटी में याचिका दायर की थी। जिसमें दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर को आधार बनाया गया था। याचिका में 11 माह पहले एनजीटी ने कलेक्ट्रेट के अंदर कूड़ा डंप देखकर नगर निगम पर प्रति माह दो लाख रुपये जुर्माना लगाने का आदेश दिया था। कोर्ट में मामला चल रहा है।
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