डीएम ने प्रखंड अधिकारियों को लगाई फटकार,हर हाल में सुधारें हालात,नही तो होंगी कारवाई
सीओ मशरक से छिना आपदा प्रबंधन विभाग,बनियापुर बीडीओ बनें आपदा प्रबंधन विभाग के इंचार्ज
मशरक प्रखंड क्षेत्र में गोपालगंज जिले में गंडकी नदी में बाध टूटने से आई बाढ़ में पूरा मशरक प्रखंड क्षेत्र बाढ़ के पानी में डूब गया है वही कुछ पंचायतों के हालात तो एकदम खस्ताहाल है वहां जाने के रास्ते तक नहीं है वहां के लोग वही उसी हालात में फसे हुए हैं। शनिवार की दोपहर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और एसपी हरिकिशोर राय ने प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंच प्रखंड अधिकारियों की एक बैठक की जिसमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में सरकार द्वारा पहुंचाई जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी ली।बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के दिशा-निर्देश में प्रतिदिन बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया जा रहा वही सरकार को प्रतिदिन प्रगति रिपोर्ट भेजी जा रही है। अभी तक पूरे जिले में जहां जहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है वहां टोटल 135 सामुदायिक किचन सेन्टर चल रहा है आठ हजार लोगों को पाॅलीथीन दे दिया गया है वही चार हजार लोगों को दो दिनों के अन्दर पाॅलीथिन दे दी जाएंगी। मशरक प्रखंड क्षेत्र में 39 सामुदायिक किचन सेन्टर बाढ़ प्रभावित इलाकों में चलाये जा रहें हैं जहां 22000 बाढ़ प्रभावित लोगों दो समय का भोजन सुगमता से उपलब्ध कराया जा रहा है।वही माननीय मुख्यमंत्री का आदेश है कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में जहां लोग रह रहे हैं वहां कोरोना जांच भी कराई जाएं उसके आलोक में तरैया, पानापुर में कोरोना जांच कराई गई है वही मशरक मे भी जांच रविवार से शुरू कराई जा रही है,साथ ही कैम्पो में स्वास्थय सुविधाएं बहाल रखने के लिए मेडिकल कैम्प स्थापित कर सेवाएं दी जा रही है। वही बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहें लोगों को बिहार सरकार के तरफ से 6000 हजार रूपये की बाढ़ सहायता राशि उनके खाते में भेजी जानी है जिसके लिए सभी का खाता नम्बर संग्रह कर डाटा एंट्री किया जा रहा है सभी के खातों में एक सप्ताह के अंदर बाढ़ सहायता राशि भेज दी जाएगी। मंगलवार तक प्रखंड और पंचायत अनुश्रवण समिति की बैठक सोम,मंगल तक आयोजित कर ली जाएगी। वही बाढ़ के पानी के नये इलाकों में प्रवेश करने पर अधिकारियों द्वारा सर्वे किया जा रहा है उनको भी सरकार द्वारा उपलब्ध सहायता दी जाएगी। फिर जिलाधिकारी सारण ने प्रखंड क्षेत्र में चल रही सामुदायिक किचन सेन्टर और राहत कैंपों का जायजा लिया जहां कुव्यवस्था का आलम देख सीओ, बीडीओ को जमकर क्लास लगायी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगातें हुएं कहां कि किचन सेन्टर पर किसी भी हालत में सुबह आठ बजे तक सामान उपलब्ध हो जानी चाहिए और दस से ग्यारह बजे तक खाना का वितरण सावधानी पूर्वक सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए हो जाना चाहिए। किसी भी कैम्प में प्राइवेट लोगों के प्रवेश पर रोक लगी रहनी चाहिए।वही स्थानीय बंगरा गांव में लोगों ने सामुदायिक किचन समेत जरूरी आधारभूत सुविधाओं की मांग की जिसमें जिलाधिकारी सारण ने संबंधित अधिकारी से जब पूछताछ कि तो पता चला कि सेन्टर कागजों में पिछले चार दिनों से चल रहा है पर धरातल पर बाढ़ प्रभावित लोग परेशान हैं।उन्होंने कहां कि कल वे फिर आयेंगे यदि हालात ऐसे ही रहें तो दोनों प्रखंड अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लखनपुर गोलम्बर, हरपुर जान,बंगरा समेत दर्जनों बाढ़ सेंटरों का जायजा लिया जहां समस्याओं पर प्रखंड अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। वहां से वापस मशरक प्रखंड कार्यालय परिसर में पहुंच सभी अधिकारियों की एक बैठक की जिसमें प्रखंड अधिकारियों की जमकर क्लास लगायी जिसमें उसी समय बनियापुर बीडीओ सुदामा प्रसाद सिंह को बुलाकर मशरक प्रखंड बाढ़ आपदा प्रबंधन विभाग का तत्काल प्रभाव से को चार्ज देने का आदेश दिया। मढ़ौरा एसडीओ बिनोद कुमार तिवारी ने अपनी मौजूदगी में आपदा प्रबंधन विभाग का तत्काल प्रभाव से चार्ज दिलवाया।


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