पंकज कुमार सिंह। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। संतान की लंबी आयु एवं परिवार की उन्नति के लिए रविवार को डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर हजारों व्रतियों ने छठी मइया का पूजन किया। सूर्य उपासना के इस महापर्व के लिए मशरक नगर पंचायत और प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न तालाबों,नदी एवं जलाशयों के किनारे हजारों श्रद्धालु जुटे। मशरक नगर पंचायत क्षेत्र के सतीवारतीर,मालिक घाट, हनुमानगंज, गोपाल वाड़ी, दक्षिण टोला,रामघाट, शास्त्री टोला और प्रखंड क्षेत्र के बहरौली, कवलपुरा,बंगरा,डुमरसन, चांद कुदरिया, कर्ण कुदरिया,अरना,दुरगौली,जजौली,गंगौली, सेमरी,नवादा,खजुरी, मदारपुर, सोनौली पंचायत के विभिन्न छट घाटों पर छठ व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। छठ माता की महिमा और सूर्य देव की अराधना से संबंधित बज रहे गीत-संगीत ने श्रद्धालुओं को भक्ति से सराबोर किया। यहां व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठी माता की पूजा की। साथ ही ईश्वर से सुख-शांति की कामना की। सोमवार की सुबह चढ़ते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ माता की विधि-विधान से पूजन होगी। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद भक्तजन प्रसाद ग्रहण करेंगे।बता दें कि पवित्रता और आस्था का लोकपर्व छठ पूजा का तीसरा दिन है। छठ का पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को श्रद्धा और संयम के साथ मनाया जाता है। छठ व्रत को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इसमें छठव्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत धारण करती हैं। छठ में भगवान सूर्य की पूजा की जाती है। इस पर्व पर डूबते और उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया जाता है।
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