राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

सच्चे कर्मयोगी थे माधव बाबू – राजीव प्रताप रुडी

रुडी ने कहा, राजनीतिक जीवन में उनका सानिध्य प्राप्त होता रहा

• स्थिरचित्त और समदर्शी समाजसेवी के निधन ने अर्न्तमन को व्यथित किया है

• सामाजिक कार्यों में अपनी धमक और कार्यशैली से सबके दिलों में रहेंगे

• उनका उदेश्य अर्थ सृजन नहीं बल्कि सृजित अर्थ को समाज हित में खर्च करना था 

छपरा(सारण)। अपने संघर्ष की ऊर्जा से व्यवसाय जगत को आलोकित करने वाले और समाज को एक नई राह देने वाले माधव बाबू अब हमारे बीच नहीं रहे। बहुत दुःखद है कि एक स्थिरचित्त और समदर्शी समाजसेवी माधव बाबू अब हमारे बीच नहीं रहे। सच्चे कर्मयोगी थे माधव बाबू। सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना उनकी सबसे बड़ी खासियत थी। सोनपुर के विश्व प्रसिद्ध मेला में उनकी सहभागिता हमेशा से रही है। मेला के आयोजन संबंधित विषयों पर अपनी आवाज उठाते रहते थे। सोनपुर के माधवेंद्र कुमार सिंह उर्फ माधव बाबू के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए स्थानीय सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने उक्त बातें कही।
सांसद रुडी उनके निधन की खबर पाते ही उनके अंतिम दर्शन के लिए सोनपुर पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने उनके तीनों पुत्रों मुन्ना सिंह, बबलू सिंह और ज्ञानेन्द्र सिंह उर्फ टूनटून से मुलाकात कर सांत्वना दिया। इस दौरान अमनौर विधायक मंटू सिंह भी उनके साथ थे। सांसद ने कहा कि सहसा उनके निधन की सूचना ने अर्न्तमन को व्यथित किया है। इस दुःख की घड़ी में माधव बाबू के परिजनों को ईश्वर संबल और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
सांसद ने कहा कि सारण के लोग दुःखी है परन्तु उनका निधन तो मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है जिसकी पूर्ति नहीं हो सकती। मुझे अपने राजनीतिक जीवन में उनका सानिध्य हमेशा प्राप्त होता रहता था। सामाजिक कार्यों में जो उनकी धमक थी, उनकी कार्यशैली थी, उसे कोई पूरा नहीं कर सकता। अपनी कार्यशैली और विचारधारा से वो सबके दिलों में रहेंगे। उन्होंने कहा कि इनका उदेश्य अर्थ सृजन नहीं सृजित अर्थ को समाज के हित में खर्च करना था जो अपने आप में बहुत बड़ी बात थी। विदित हो कि सोनपुर निवासी माधवेंद्र कुमार सिंह उर्फ माधव बाबू का मंगलवार को निधन हो गया। माधव बाबू सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी भी स्थापित किये थे जिसके माध्यम से हजारों लोगों को विभिन्न अवसरों पर मदद मिली है।