गण्डकी नदी की जलस्तर में वृद्धि के बाद अमाव, सतुआ, इब्राहिमपुर तथा भूमिहारा में दर्जनों लोग बाढ़ से हु़ए है प्राभावित
संजय कुमार सिंह। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
बनियापुर (सारण)। गण्डकी नदी की जलस्तर में वृद्धि के बाद आसपास के दर्जनों परिवार विस्थापित हुए हैं। नदी की तटीय क्षेत्र में बसे गांव अमाव, सतुआ, इब्राहिमपुर तथा भूमिहारा में दर्जनों लोग बाढ़ से प्राभावित हैं। सतुआ पंचायत के लगभग छह वार्ड के सैकड़ोलोगों के घरों में पानी घुस जाने से उनका जीवन नारकीय हो गया है। पीड़ित लोग अपने भोजन के साथ साथ पशुओं के दाने की व्यवस्था को लेकर काफी परेशान हैं। वे गांव के ही सूखे व ऊंचे स्थलों पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ तिरपालों में समय बिताने को विवश हैं। अबतक प्राशासनिक स्तर पर सुबिधा नहीं मिलने से पीड़ित नराज हैं। दो दिनों पूर्व नराज लोगों ने स्थानीय मुखिया पति श्रवण महतो सहित उपमुखिया और वार्ड सदस्यों को घण्टो बंधक बनाये रखा था बाद में सीओ के आश्वाशन के बाद ग्रामीण शांत हुए थे। हालांकि अबतक पीड़ितों को कोई मदद नहीं मिली है। भूमिहारा निवासी छठिलाल प्रसाद ने बताया कि उनके घर में पांच दिनों से गण्डक का पानी घुसा है। हालात काफी बदत्तर है. इधर, सतुआ पंचायत से होकर गुजरने वाली गंडकी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलस्तर में वृद्धि के बाद नदी का पानी कभी भी पंचायत के गांवों में प्रवेश कर सकती है। गण्डकी का पानी इमामगंज, सतुआ, आनंदपुर, डाढीबाढ़ी सहित कई गांवों में तबाही ला सकती है। दो दिनों पूर्व नदी के बांध में रिसाव भी शुरू हुआ था। जिसे पूर्व मुखिया सुरेश साह और वर्तमान मुखिया पार्वती देवी के नेतृत्व में ग्रामीणों की सहयोग से बंधा गया। दुबारा बांध में रिसाव के बाद गण्डकी का पानी रोकना मुश्किल हो सकता है.गण्डकी की जलस्तर में लगातार वृद्धि से लोग सहमे हुए हैं।


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