राष्ट्रनायक न्यूज

Rashtranayaknews.com is a Hindi news website. Which publishes news related to different categories of sections of society such as local news, politics, health, sports, crime, national, entertainment, technology. The news published in Rashtranayak News.com is the personal opinion of the content writer. The author has full responsibility for disputes related to the facts given in the published news or material. The editor, publisher, manager, board of directors and editors will not be responsible for this. Settlement of any dispute

सर्वाइकल कैँसर के प्रति विशेष अभियान चलाकर किशोरियों को किया जायेगा जागरूक

  • विद्यालयों में चलेगा जागरूकता अभियान
  • स्कूल नहीं जानेवाली लड़कियों को आउटरीच व मोबाइल टीम देगी जानकारी
  • एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामलों की कर सकती है रोकथाम

राष्ट्रनायक न्यूज।

छपरा (सारण)। जिले में सर्वाइकल कैंसर के प्रति छात्राओं को जागरूक किया जायेगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग के द्वारा स्कूलों में विशेष अभियान चलाया जायेगा। टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में 9-14 वर्ष की किशोरियों के लिए वन टाइम कैच-अप के साथ एचपीवी वैक्सीन की शुरुआत करने की सिफारिश की है, जिसके बाद 9 साल में नियमित रूप से टीकाकरण किया जाता है। मुख्य रूप से स्कूलों (ग्रेड आधारित दृष्टिकोण: 5वीं-10वीं) के माध्यम से टीकाकरण किया जाएगा। अभियान के दिन स्कूल नहीं जा पाने वाली लड़कियों का स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण किया जाएगा, जबकि स्कूल न जाने वाली लड़कियों के लिए सामुदायिक आउटरीच और मोबाइल टीमों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा सचिव संजय कुमार और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण के एक संयुक्त पत्र में इस बात पर प्रकाश डाला है कि विश्व स्तर पर सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है। भारत में, सर्वाइकल कैंसर ,महिलाओं में दूसरा सबसे आम कैंसर है। भारत वैश्विक सर्वाइकल कैंसर के बोझ का सबसे बड़ा हिस्सा है। सर्वाइकल कैंसर, एक रोकथाम योग्य और इलाज योग्य बीमारी है। अधिकांश सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) से जुड़े होते हैं और एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर के अधिकांश मामलों की रोकथाम कर सकती है ,यदि वैक्सीन लड़कियों या महिलाओं को वायरस के संपर्क में आने से पहले दी जाती है। टीकाकरण के माध्यम से रोकथाम सर्वाइकल कैंसर के उन्मूलन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अपनाई गई वैश्विक रणनीति के मुख्य आधारों में से एक है। यह उल्लेख किया गया है कि टीकाकरण के लिए राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) ने व्यापक टीकाकरण कार्यक्रम (यूआईपी) में एचपीवी वैक्सीन की शुरुआत की सिफारिश की है, जिसमें 9-14 वर्ष की किशोरियों के लिए वन टाइम कैच-अप के साथ 9 वर्ष में नियमित टीकाकरण किया जाता है।

सामुदायिक आउटरीच और मोबाइल टीम करेगी जागरूक:

टीकाकरण मुख्य रूप से स्कूलों (ग्रेड आधारित दृष्टिकोण: 5वीं-10वीं) के माध्यम से प्रदान किया जाएगा क्योंकि अधिक लड़कियों का स्कूल में नामांकन है। अभियान के दिन स्कूल नहीं जा पाने वाली लड़कियों तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्य केंद्र में टीकाकरण किया जाएगा, जबकि स्कूल न जाने वाली लड़कियों के लिए आयु (9-14 वर्ष) के आधार पर सामुदायिक आउटरीच और मोबाइल टीमों के माध्यम से अभियान चलाया जाएगा। पंजीकरण, रिकॉर्डिंग और टीकाकरण संख्या की रिपोर्टिंग के लिए यू-विन एप का उपयोग किया जाएगा।

एचपीवी टीका के लिए स्कूलों में बनेगा टीकाकरण केंद्र:

जारी पत्र में निर्देश गया है कि टीकाकरण के लिए स्कूलों में एचपीवी टीकाकरण केन्द्रों का आयोजन किया जाना है। जिला शिक्षा अधिकारी को जिला टीकाकरण अधिकारी का समर्थन करने और जिलाधिकारी के अधीन टीकाकरण पर जिला टास्क फोर्स (डीटीएफआई) के प्रयासों का हिस्सा बनने का निर्देश दिया गया है। जिले में सरकारी स्कूल और निजी स्कूल प्रबंधन बोर्ड के साथ समन्वय किया जायेगा। टीकाकरण गतिविधियों के समन्वय के लिए प्रत्येक स्कूल में एक नोडल व्यक्ति का चयन करना और स्कूल में 9-14 वर्ष की लड़कियों की संख्या का मिलान करना और उसे यू-विन में बल्क अपलोड करना है। विशेष माता-पिता-शिक्षक बैठक (पीटीए) के दौरान सभी अभिभावकों को स्कूल के शिक्षकों के माध्यम से जागरूकता पैदा करना है। सूक्ष्म योजना बनाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में सभी प्रकार के स्कूल (यूडीआईएसई+) की एक अद्यतन सूची बनाने में सहायता करना और सूक्ष्म योजना विकसित करने के लिए जिलों के रोग प्रतिरक्षण अधिकारियों को स्कूलों की जीआईएस मैपिंग तक पहुंच कायम करना, ताकि कोई भी स्कूल टीकाकरण अभियान से छूट न जाए। परीक्षा और अवकाश के महीनों को छोड़कर राज्य में टीकाकरण अभियान की योजना बनाने के लिए स्वास्थ्य टीम का सहयोग करना है।

You may have missed