- बंध्याकरण के लिए प्रेरित करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं लाभार्थी को दी जाती हैं प्रोत्साहन राशि: जिलाधिकारी
- बंध्याकरण के लिए नियमित रूप से किया जाता है आयोजन: सिविल सर्जन
- छोटा परिवार-सुखी परिवार को लेकर किया जाता है प्रेरित: एमओआईसी
- अप्रैल 22 से फ़रवरी 2023 तक 949 महिलाओं का सफल बंध्याकरण: बीएचएम
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्णिया (बिहार)। सुरक्षित एवं संस्थागत प्रसव के साथ ही परिवार नियोजन के लिए जागरूक करना जरूरी होता है। जिसके लिए ज़िले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में अभियान चलाया जाता है। जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने बताया कि जिले में परिवार नियोजन को लेकर समय-समय पर मेगा कैंप का आयोजन किया जाता है। ताकि प्रसव के दौरान ही महिलाओं का बंध्याकरण किया जा सके। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, आशा कार्यकर्ता, एएनएम के साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को भी लगाया जाता है। ताकि अधिक से अधिक महिलाओं का बंध्याकरण कराया जा सके। महिलाओं को बंध्याकरण कराने में प्रेरित करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाती है। वहीं बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं को भी विभाग द्वारा राशि देने का प्रावधान है, जो उनके खाते में दी जाती है।
बंध्याकरण के लिए नियमित रूप से किया जाता है आयोजन: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि जिले में प्रत्येक मंगलवार एवं गुरुवार को महिलाओं का बंध्याकरण कराया जाता है। जिसके लिए सभी तरह की व्यवस्था आवश्यक रूप से की जाती है। अस्पताल परिसर में बंध्याकरण करने से पहले महिलाओं की सभी तरह की जांच पूरी करने के बाद विशेष तौर से ख़्याल रखा जाता है। सभी तरह की जांच प्रक्रिया पूरा करने के बाद ही अस्पताल में प्रवेश की अनुमति दी जाती है। इसके साथ ही बंध्याकरण कराने वाली महिलाओं के साथ में आने वाले परिजनों को भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों द्वारा उचित परामर्श दिया जाता है। बंध्याकरण करने से पहले साथ में लाए गए सामान, बेड, ओटी रूम को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है। ओटी रूम के अलावा ऑपरेशन के बाद रहने वाले स्थान की भी पूरी तरह से सफ़ाई को जाती है। ताकि महिलाओं को किसी प्रकार के इंफेक्शन से सुरक्षित रखा जाए। जिसको लेकर हर तरह से सावधानियां बरतनी पड़ती हैं।
छोटा परिवार-सुखी परिवार को लेकर किया जाता है प्रेरित: एमओआईसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि खुशहाली और स्वास्थ्य के लिए परिवार नियोजन बहुत ही ज़्यादा जरूरी होता है। परिवार नियोजन गर्भधारण के बीच समय-सीमा में छूट देना होता है। छोटा परिवार-सुखी परिवार के लिए परिवार नियोजन अपनाने की जरूरत होती है। परिवार नियोजन के लिए कॉपर टी, कॉन्डोम, गर्भ निरोधक गोली (माला-एम एवं माला-एन), इमरजेंसी कंट्रासेप्टिव पिल्स के अलावा अंतरा व छाया के इस्तेमाल करने के लिए आशा, ममता एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी एवं कर्मियों द्वारा समय-समय पर परिवार नियोजन से संबंधित विशेष रूप से मेला एवं डोर टू डोर भ्रमण कर जागरूक किया जाता है। हालांकि अगर कोई महिला बांध्यकरण नहीं कराना चाहे तो उसको अंतरा गर्भ निरोधक सुई लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। क्योंकि दो बच्चे के बाद गर्भ में अंतर रखा जा सकता है। वहीं छाया गर्भ निरोधक एक साप्ताहिक टैबलेट है। जिसे सप्ताह में एक बार ही सेवन करना पड़ता है।
अप्रैल 2022 से फ़रवरी 2023 तक 949 महिलाओं का सफलतापूर्वक कराया गया बंध्याकरण: बीएचएम
स्थानीय प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक किंकर घोष ने बताया कि विगत अप्रैल 2021 से लेकर मार्च 2022 तक 980 व अप्रैल 2022 से लेकर 28 फ़रवरी 23 तक 949 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया है। जिसमें अप्रैल महीने में 77, मई में 12, जून में 63, जुलाई में 48, अगस्त में 65, सितंबर में 100 एवं 01 पुरुष बंध्याकरण, अक्टूबर में 65, नवंबर में 167, दिसंबर में 116 महिलाओं का सफलतापूर्वक बंध्याकरण कराया जा चुका है। जनवरी 2023 में 101 एवं फरवरी में 134 का सफ़ल बंध्याकरण स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार के द्वारा किया गया है। जिसमें एएनएम शोभा रानी सोरेन एवं आसरीना बास्के के अलावा रविन्द्र पासवान का सहयोग रहा।
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