- 19 सूत्री मांग पत्र के समर्थन में प्रखंड मुख्यालय पर दिया एक दिवसीय धरना
राष्ट्रनायक न्यूज।
छपरा (सारण)। जिले में एक बार फिर पदाधिकारियों पर कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। आरोप सिर्फ इतना ही नहीं है, आरोप यह भी है कि बिना कमीशन के किसी भी योजना का कार्य इनके कार्यालय से नहीं होता है। आरोप लगाने वाला कोई साधारण आदमी नहीं, बल्कि जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि है। इसमें अधिकतर वार्ड सदस्य और पंचायत समिति सदस्य शामिल है। मामला छपरा जिले के तरैया प्रखंड का है। जहां प्रखंड विकास पदाधिकारी कृष्ण कुमार सिंह पर तरैया के बीडीसी सदस्य माधुरी सिंह के प्रतिनिधि आनंद मोहन सिंह उर्फ गार्ड साहब ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए स्थानीय वार्ड सदस्य और जनप्रतिनिधियों के साथ 19 सूत्री मांग पत्र के समर्थन में प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया। धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप था कि बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह बिना कमीशन के किसी भी योजना पर हस्ताक्षर नहीं करते और ना ही कोई योजना पास होती है। कमीशन खोरी का बाजार यहां इतना गर्म है कि जरूरतमंदों को आवास योजना का लाभ नहीं मिला है और पक्के मकान और विदेश में रहने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया गया है। यह सच्चाई यहां के स्थानीय लोग भी बयां कर रहे हैं। साथ ही इन पर यह भी आरोप है कि ये जनप्रतिनिधियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं और उनकी बातों को अनदेखा करते हैं। ताजा मामला चंचलिया पंचायत के एक वार्ड सदस्य रंजीत कुमार यादव के साथ घटित हुई है। जहां रंजीत कुमार यादव प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय में किसी योजना से संबंधित जानकारी लेने के लिए पहुंचे हुए थे, उस दौरान बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और स्थानीय पुलिस को सूचना देकर वार्ड सदस्य को लगभग 5 घंटे तक हाजत में बंद रखवाया। हालांकि मामला स्थानीय जनप्रतिनिधि और वरीय पदाधिकारियों के संज्ञान में जाने के बाद वार्ड सदस्य को छोड़ दिया गया। लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि जब जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधि के साथ बीडीओ दुर्व्यवहार कर रहे है तो आम लोगों के साथ क्या होगा। इस सम्बंध में पूछने पर तरैया बीडीओ कृष्ण कुमार सिंह ने सभी आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो निश्चित रूप से जांच कर कार्रवाई की जायेगी।
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