धर्मेन्द्र पाण्डेय। राष्ट्रनायक न्यूज।
मशरक (सारण)। थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों में गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी हो गयी हैं वही संसाधनों और मैन पावर की कमी के बाद भी अग्निशमन विभाग आग पर काबू पाने में जुटा है लेकिन मशरक प्रखंड की दो लाख से अधिक महज एक छोटा दमकल वाहन जिसकी क्षमता पांच सौ लीटर रखने की हैं वही एक चालक और एक फायरकर्मी प्रतिनियुक्त हैं जो आग बुझाने में अक्षम साबित होते हैं।वही मशरक थाना क्षेत्र में आग लगने पर 20 किलोमीटर दूर मढ़ौरा से बड़ी फायर दमकल मगाया जाता है लेकिन जब तक दमकल घटनास्थल पर पहुंचता तब तक आगलगी में सब कुछ जलकर राख हो चुका होता है। वही सीमावर्ती थाना इसुआपुर, पानापुर, तरैया में भी आगलगी की घटना होने पर मशरक से ही दमकल भेजा जाता है। वही थाना स्तर पर दमकल की व्यवस्था अच्छी नहीं होने से आग लगने से पीड़ित परिवार को भारी कीमत चुकानी पड़ती है। मौके पर बहरौली मुखिया अजीत सिंह ने बताया कि मार्च से लेकर जुलाई महीने तक आग लगने की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि होती है लेकिन थाना स्तर पर एक छोटा दमकल आग पर काबू पाने में हाफने लगता है। वही उन्होंने कहा कि अधिकांश पंचायतों में जल नल योजना में कमी के चलते आग लगने पर इससे भी मदद नहीं मिल पाती है। मौके पर मुखिया समेत अन्य लोगों ने बड़े दमकल की व्यवस्था मशरक थाना में करने की मांग की। वही कवलपुरा मुखिया प्रतिनिधि पप्पू सिंह ने बताया कि बीतें दिनों पहले उनके पंचायत में आग लग गई जिसमें मशरक, तरैया, पानापुर से भी दमकल वाहन मंगाने के बाद भी आग पर काबू पाया नहीं जा सका वही मढ़ौरा से आई बड़ी दमकल वाहन ने आग पर काबू पाया पर उसके आने के पहले ही आग में सबकुछ जलाकर राख कर दिया।


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