राष्ट्रनायक न्यूज।
एकमा (सारण)। भीषण गर्मी व लू के चलते बुधवार से सरकारी व निजी स्कूलों के संचालन के समय में किए गए बदलाव को सभी सरकारी स्कूलों में अनुपालन किया गया। जबकि पहले दिन ही जिलाधिकारी के आदेश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जारी किए गए निर्देश का असर एकमा के कुछ निजी स्कूलों को छोड़ कर अधिकांश निजी विद्यालयों में बेअसर रहा। एक दिन पूर्व जारी निर्देश के तहत स्कूलों का संचालन सुबह6:30 बजे से 11:30 की बजाय एक घंटे कम यानी 10: 30 बजे तक ही करना है। बावजूद इसके एकमा नगर पंचायत व प्रखंड क्षेत्र के निजी स्कूलों में पूर्व की भांति ही स्कूलों का संचालन हुआं। जिसके चलते स्कूलों से छूट कर अपने घरों को लौट रहे बच्चों को भीषण धूप व गर्मी में परेशान देखा गया। इस बीच माकपा नेता कामरेड अरुण कुमार ने कहा है कि निजी स्कूलों के संचालकों द्वारा स्कूल ड्रेस व महंगी कीमत वाले प्रकाशनों की किताबें खरीदने के लिए अभिभावकों को मजबूर किया जा रहा है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग इन निजी स्कूल संचालकों पर कार्रवाई करने से क्यों कतरा रहा है यह समझ से परे है। अभिभावकों ने बताया कि स्कूलों के समय में बदलाव करने के निर्देश दिए गए हैं। उसके बावजूद क्षेत्र के निजी स्कूल संचालक जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप समय में बदलाव नहीं कर रहा है। अभिभावकों का कहना है कि जब स्कूल संचालक इनकी मानते ही नहीं है तो फिर इन आदेशों का क्या फायदा? उन्होंने बताया कि स्कूलों में एनसीईआरटी सिलेबस नहीं पढ़ाया जा रहा है। ड्रेस, बेल्ट व किताबों के नाम पर अभिभावकों को परेशान किया जा रहा है। शिक्षा विभाग ऐसे में क्यों मूकदर्शक है समझ से परे है। लगता है इसमें भी कहीं न कहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ही मिलीभगत है, जो इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उधर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रागिनी कुमारी का कहना है कि लापरवाही बरतने वाले निजी स्कूल संचालकों के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
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