- साइकिल हमारे पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, तो वहीं साइकिल चलाना सेहत के लिए भी लाभकारी: डॉ वीपी अग्रवाल
- शरीर को स्वस्थ्य रखने में साइकिलिंग बेहतर उपाय: सिविल सर्जन
- साइकिलिंग से वजन कम करने से लेकर मांसपेशियों को मिलती है मजबूती: एनसीडीओ
राष्ट्रनायक न्यूज।
पूर्णिया (बिहार)। स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए साइकिलिंग से अच्छा कोई उपाय या दवा नहीं है। क्योंकि साइकिल हमारे पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं, तो वहीं साइकिल चलाना सेहत के लिए भी लाभकारी है। ऐसे में साइकिल का हमारे जीवन में अहम स्थान माना जाता है। अगर एक वाहन के तौर पर देखें तो भारतीय परिपेक्ष्य में कई लोग कुछ दूरी तय कर अपने नजदीकी रिश्तेदार के घर या फिर छात्र छात्राएं अपने -अपने स्कूल, कॉलेज से लेकर कार्यस्थल तक जाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि पर्यावरण के लिए सबसे अहम और सहज, सुलभ साधन के रूप में माना जाता है। उक्त बातें विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समीप साइकिल रैली को ज़िला ग़ैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ विष्णु प्रसाद अग्रवाल एवं जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम सोरेंद्र कुमार दास के द्वारा संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के दौरान एनसीडीओ डॉ अग्रवाल ने कही। बता दें कि ज़िले से लेकर अन्य सभी स्वास्थ्य संस्थानों एवं एचडब्ल्यूसी में भी साइकिल दिवस को जागरूकता अभियान के रूप में चलाया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, डीपीसी डॉ सुधांशु शेखर, एपेडिमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, फाइनेंस सह लॉजिस्टिक सलाहकार केशव कुमार, डब्ल्यूएचओ के सलाहकार शेखर कपूर, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित जिला साइकिलिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ आलोक, सचिव विजय कुमार सिंह, डॉ राकेश शर्मा, डॉ सुजीत एवं शशांक शेखर सिंह उर्फ़ गुड्डू सिंह सहित दर्जनों सदस्यों के साथ ख़ुद सिविल सर्जन साइकिलिंग टीम के साथ अस्पताल परिसर से जिलाधिकारी आवास, उर्स लाइन स्कूल होते हुए थाना चौक से समाहरणालय, आर एन साह चौक, जेल होते हुए फोर्ड कंपनी चौक से वापस साइकिल चलाते हुए पुनः अस्पताल परिसर वापस लौटे।
शरीर को स्वस्थ्य रखने में साइकिलिंग बेहतर उपाय: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि बचपन में आप सभी ने साइकिल तो खूब चलाई होगी। क्योंकि स्कूल जाने के लिए या छोटे-मोटे कार्यों को पूरा करने के लिए, बाजार वगैरह जाना हो तो साइकिल सबसे बढ़िया सवारी हुआ करता था। लेकिन इस जमाने में लोग थोड़ी दूर के लिए मोटर गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं, शायद यही कारण है की सबसे अधिक लोग बीमार हो रहे है। हालांकि अभी भी आप साइकिल चलाना जारी रखते हैं तो आप को कई तरह के फायदे मिल सकते हैं। साइकिल चलाने मात्र से आपके पूरे शरीर का एक्सरसाइज होता है।वर्तमान समय में सबसे अधिक बिगड़ती लाइफस्टाइल मोटापे के साथ-साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं इसका मुख्य कारण बन रही है। ऐसे में इन समस्याओं से बचाव करने के लिए शारीरिक रूप से मेहनत करना जरूरी है, ताकि शरीर को स्वस्थ्य रखने में कुछ मदद मिल सके। ऐसे में साइकिलिंग एक बेहतरीन प्रयोग के रूप में साबित हो सकती है। क्योंकि साइकिलिंग करने के बाद खुद अपने शरीर को ऊर्जावान और तंदुरुस्त बनाना आसान हो सकता है। शायद यही कारण है कि इसे भी एक तरह की शारिरिक कसरत या व्यायाम ही माना जाता है।
साइकिलिंग से वजन कम करने से लेकर मांसपेशियों को मिलती है मजबूती: एनसीडीओ
जिला ग़ैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ विष्णु प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि शरीर को पूर्णतया स्वस्थ रखने के लिए आसानी से साइकिल का उपयोग किया जाता है। क्योंकि सबसे सुलभ एवं सहज तरीक़े से उपलब्ध हो जाता है। अगर आपके पास नही है तो अपने नजदीकी रिश्तेदारों या दोस्तों से कुछ पल या घंटे के लिए सहयोग लिया जा सकता है। साइकिल चलाने से वजन कम करने से लेकर मांसपेशियों को मजबूती एवं अच्छा व्यायाम हो जाता है। एक अध्ययन के अनुसार सुबह के समय साइकिल चलाने के फायदे अधिक हो सकते हैं, क्योंकि शाम के मुकाबले सुबह के वक्त साइकिल चलाने से अधिक ऊर्जा की खपत होती है। इस आधार पर साइकिल चलाने के अधिक फायदे पाने के लिए सुबह का समय उपयुक्त माना जा सकता है।जैसा कि साइकिल चलाने के लिए अधिक ऊर्जा का इस्तेमाल करना पड़ता है और इस दौरान सांस लेने की दर भी बढ़ने लगती है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को देर तक साइकिलिंग नहीं करनी चाहिए। इसके कारण उनकी सांस फूलने की समस्या अधिक बढ़ सकती है। बेहतर यही होगा कि अस्थमा के मरीज डॉक्टर की सलाह पर ही साइकिल चलाएं।
साइकिल चलाने के फायदे:
- ताकत बढ़ाए।
- मोटापे को कम करे।
- फेफड़ों को स्वस्थ बनाए।
- मानसिक स्वास्थ्य को प्रोमोट करे।
- कैंसर रिस्क को कम करे।
- बेहतर नींद।
- इम्यूनिटी को बढ़ाएं।
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