छपरा(सारण)। लोकसभा निर्वाचन के पांचवे चरण के चुनाव के बाद पिछले दिनों हुई चुनावी हिंसा के मामले को भारत निर्वाचन आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग के निर्देश के आलोक में गृह विभाग ने सारण एसपी डॉ. गौरव मंगला का तबादला कर दिया है। उन्हें अगले आदेश तक पदस्थापन की प्रतीक्षा में बिहार पुलिस मुख्यालय में योगदान करने निर्देश दिया गया है। वही मुजफ्फरपुर के पुलिस अधीक्षक (रेल) डॉ. कुमार आशीष को सारण का नया एसपी बनाया गया है। गृह विभाग की तरफ से तबादले की अधिसूचना जारी कर दी गई है।
ध्यातव्य हो कि, सारण में बीते 20 मई को वोटिंग के दौरान महागठबंधन की उम्मीदवार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य आरजेडी नेता भोला यादव के साथ एक बूथ का जायजा लेने के लिए पहुंची थी। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने भारी हंगामा कर दिया था। हंगामा इतना बढ़ गया कि किसी तरह से रोहिणी आचार्य को पुलिस ने वहां से सुरक्षित निकाला। इस घटना के अलगे दिन 21 मई को इस विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप धारण कर लिया और दो पक्षों के बीत मारपीट और गोलीबारी की घटना हुई। गोलीबारी की घटना में तीन लोगों को गोली लगी थी। गोली लगने के बाद एक शख्स की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दो अन्य लोगों को इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर का गया था। इस घटना को लेकर सारण में तनाव बढ़ गया और इस वारदात ने बिहार की सियासत को गर्म कर दिया। जिले में हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने एहतियात के तौर पर चार दिनों तक के लिए जिले में इंटरनेट सेवा को बैन कर दिया। घटना के चार दिन बाद सारण में इंटरनेट सेवा बहाल हुई। घटना को लेकर अब सारण के एसपी डॉ गौरव मंगला पर गाज गिरी है। सरकार ने सारण एसपी गौरव मंगला को पुलिस मुख्यालय भेज दिया है। उनकी जगह मुजफ्फरपुर के रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष को सारण का नया एसपी बनाया गया है।
जानकारो की माने तो कमिश्नर, डीआईजी ने शुक्रवार को अपनी जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंप दिया था। छठे चरण की वोटिंग के बाद बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने कहा था कि जांच रिपोर्ट का अध्ययन किया जा रहा है। जिसके बाद से ही इस बात की चर्चा तेज हो गई थी कि सारण हिंसा मामले में अधिकारियों पर गाज गिरने वाली है। आखिरकार राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर इस मामले में पहली बड़ी कार्रवाई हुई है।
More Stories
सारण के 318 पंचायत में 6 लाख की लागत से बनना है पुस्तकालय, मुखिया नहीं ले रहे है रूची, अबतक नहीं खुला एक भी पुस्तकालय
15वीं वित्त आयोग ने 318 ग्राम पंचायतों के 1807 गांव के विकास को ले भेजा 32.28 करोड़, स्वच्छता, पेयजल व गली-नाली के लिए किये जाएंगे खर्च
गांव के विकास को ले 15वीं वित्त आयोग से जिला परिषद व पंचायत समिति को अनटायड व टायड मद में प्राप्त हुआ 16.46 करोड़ राशि