- पीएमटीबी मुक्त अभियान में पोर्टेबल एक्स रे मशीन से टीबी मरीजों की जांच में हुआ इज़ाफा
- दिघवारा सीएचसी के इस्मैला एचएससी में स्वास्थ्य जांच शिविर का हुआ आयोजन: एमओआईसी
- भारत सरकार द्वारा सी – 19 परियोजना के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पोर्टेबल एक्स- रे मशीन कराई गई मुहैया: डॉ आरपी सिंह
छपरा(सारण)। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान कार्यक्रम के तहत जिले के टीबी रोगियों को चिह्नित करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा पोर्टेबल एक्स रे मशीन से उपलब्ध कराई गई है। ताकि जिले में ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीबी बीमारी की जांच कर पता लगाई जा सके। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रौशन कुमार ने बताया कि देश से यक्ष्मा रोगियों को जड़ से मिटाने और पीएमटीबी मुक्त अभियान को गति देने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय से लगभग 45 किलों मीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा के अंतर्गत आने वाले त्रिलोकी चक पंचायत के इस्मैला गांव स्थित स्वास्थ्य उपकेंद्र में वर्ल्ड विज़न इंडिया के सी- 19 कार्यक्रम के जिला समन्वयक पंकज कुमार सिन्हा के सहयोग से टीबी रोगियों की पहचान के लिए कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें अल्ट्रा पोर्टेबल डिजिटल एक्सरे मशीन से सुबह के 10 बजे से शाम चार बजे तक 113 व्यक्तियों का एक्सरे किया गया। जिसमें 4 संदिग्ध रोगियों की पहचान आसानी से की गई है। जबकि 24 बलगम जांच के लिए नमूना लेकर राहुल कुमार द्वारा सीएचसी दिघवारा भेजा गया है। स्थानीय प्रखंड की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी शबाना कश्फी द्वारा महिला पर्यवेक्षिका और आंगनबाड़ी सेविका के सहयोग से अधिकांश ग्रामीणों को भेज कर टीबी का एक्सरे, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, ऊंचाई और वजन की जांच कराई गई है।
भारत सरकार द्वारा सी – 19 परियोजना के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पोर्टेबल एक्स- रे मशीन कराई गई मुहैया: डॉ आरपी सिंह
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह का कहना है कि राज्य से टीबी रोगियों की जांच में तेज़ी लाने के उद्देश्य से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पोर्टेबल एक्स- रे मशीन को सी – 19 परियोजना के तहत भारत सरकार द्वारा यह मुहैया कराई गई है। ताकि जिले के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले व्यक्ति जो किसी कारण वश या सरकारी स्वास्थ्य केंद्र अत्यधिक दूर होने से अस्पताल जाकर इलाज नहीं करा पाए है, वैसे लोगो को घर के नजदीक स्वास्थ्य उपकेंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र या हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन कर आशा फेसिलेटर, आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कर्मियों और स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ग्रामीणों को जागरूक कर लोगो का निः शुल्क टीबी जांच कराई जा रही है। जिस कारण इस मशीन का लाभ जिले के लोगो को मिलना शुरू हो गया है।
सारण सहित राज्य के चार अन्य जिलों में पोर्टेबल एक्सरे मशीन द्वारा टीबी रोगियों की हो रही है पहचान: पंकज कुमार सिन्हा
वर्ल्ड विज़न इंडिया के अंर्तगत सी- 19 कार्यक्रम के जिला समन्वयक पंकज कुमार सिन्हा ने बताया कि पोर्टेबल एक्सरे मशीन द्वारा टीबी रोगियों की पहचान करने का कार्य राज्य के सारण, मोतिहारी, मुज़फ़्फ़रपुर, दरभंगा और पूर्णिया जिले में संचालित किया जा ऱहा है, जहां वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक (एसटीएस) इंद्रजीत कुमार के देख रेख में एक्सरे ऑपरेटर प्रतुल कुमार द्वारा इस पोर्टेबल मशीन से स्क्रिनिंग कैंप लगाकर एक्सरे किया जा रहा हैं। वहीं एएनएम संजू कुमारी और एलटी केदार नाथ राम द्वारा इस स्वास्थ्य जांच शिविर में मधुमेह, उच्च रक्तचाप, एचआईवी, वजन और ऊंचाई की जांच की गई है। इस अवसर पर वर्ल्ड विजन इंडिया के सी- 19 कार्यक्रम के जिला समन्वयक पंकज कुमार सिन्हा, सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक (एसटीएस) इंद्रजीत कुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता सैयद फहीमुद्दीन फातमी, बलगम वाहक राहुल कुमार और आशा फेसिलेटर कुसुम देवी सहित 6 आशा कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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