- गड़खा में भारत बंद के समर्थन में एआईएसएफ, बहुजन दलित एकता, भीम आर्मी सहित विभिन्न संगठनों ने सड़क पर उतरकर किया उग्र प्रदर्शन
- एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ गड़खा में सड़कों पर उतरे छात्र-नौजवान
- गरखा शहीद इन्द्रेव चौधरी चौक पर जुटे हजारों छात्र-नौजवानों ने भारत बंद को सफल बनाया
- केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संविधान व उसमें दिए गए आरक्षण को खत्म करने की कोशिश को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे: राहुल कुमार यादव
छपरा(सारण)। एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले, केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा संविधान व आरक्षण से किए जा रहे खिलवाड़, कॉलेजियम सिस्टम व जातिगत जनगणना नहीं कराए जाने के खिलाफ एआईएसएफ, एससी-एसटी, भीम आर्मी, बहुजन समाज एकता, दलित सेना सहित, विभिन्न संगठनों के नेताओं कार्यकर्ताओं ने शहीद इन्द्रेव चौधरी चौक गड़खा पहूंच कर चौक के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए सड़क के चारों-तरफ बांस-बल्ली व गाड़ी, साईकल से पूरे चौक को जाम कर बंद कराया गया। भारत बंद के समर्थन में जुटे हजारों छात्र- नौजवानों का नेतृत्व छात्र नेता राहुल कुमार यादव व मनोहर राम कर रहे थे ।भारत बंद के बाद जो दुकानें खुली थी उसे भी मौजूद लोगों ने मिलकर बाजार के सभी सड़कों पर घुमकर दुकानें बंद कर भारत बंद का समर्थन करने का निवेदन करते देखा गया। दुकानदारों व गाड़ी, ट्रक, बाईक, व रिक्शा चालकों ने भी भरपूर समर्थन दिया। गरखा बाजार बंद से पूरी तरह प्रभावित रहा। बंद समर्थकों का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता राहुल कुमार यादव ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा संविधान व आरक्षण पर बढ़ते हमलों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मोदी लगातार एससी-एसटी, ओबीसी एकता को खंडित करने के प्रयास में लगी हुई है। हम एससी-एसटी, ओबीसी के वर्गीकरण करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को वापस लेने, कॉलेजियम सिस्टम को समाप्त करने व जातिगत जनगणना कराए जाने, संविधान व आरक्षण पर हमले बंद करने की मांग करते हैं। केंद्र की मोदी सरकार अपने संविधान व आरक्षण विरोधी नीतियों पर रोक नहीं लगाई तो सड़क से लेकर सदन तक और उग्र आंदोलन करेंगे।
युवा दलित नेता मनोहर राम ने कहा कि एससी-एसटी में वर्गीकरण के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पुनर्विचार कर बदलाव करने की आवश्यकता है। बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा लिखे गए संविधान पर किसी तरह की बदलाव, संविधान पर हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। आगे आने वाले दिनों में अपनी बहुजन चट्टानी एकता के बल पर संविधान व आरक्षण विरोधी मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लेते हैं।
भारत बंद के समर्थन में मुख्य रूप से एआईएसएफ के राज्य नेता राहुल कुमार यादव, युवा दलित नेता मनोहर राम, शिव प्रसाद मांझी, पन्नालाल मांझी, सतेन्द्र मांझी, राकेश चौधरी, चन्दन पासवान डिक्कू, मोहन राम, शशि रंजन पासवान, मुन्ना राम, सोनू सागर, शाहबुद्दीन अंसारी, राजीव राम, गौतम राम, सुनिल राम, रामबली, विकाश कुमार राम, राजु कुमार राम, सहाबुद्दीन मंसूरी, मुन्ना कुमार राम, चंदन कुमार राम, उमाशंकर राम, परशुराम राम,उपेंद्र कुमार राम, राजदेव राम,मुरलीधर राम,विष्णु कुमार राम, विशाल कुमार राम, राजीव कुमार राम, इंद्रजीत कुमार राम,राजीव राम,मधुसूदन कुमार ठाकुर, बासुदेव राम सहित, सैकड़ो लोग मौजूद थे
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