छपरा(सारण)। केन्द्र प्रायोजित 15वीं वित्त आयोग के अनुशंसा के आलोक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए राज्य को त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के लिए अनटायड व टायड मद में जिले में 9 करोड़ 43 लाख 71 हजार 678 राशि प्राप्त हुआ है। इसको लेकर पंचायती राज विभाग के अनुश्रवण पदाधिकारी ने स्वीकृति दी है। जानकारों की माने तो जिला परिषद स्तर पर 8 करोड़ 65 लाख 63 हजार 90 एवं पंचायत समिति स्तर पर 7 करोड़ 80 लाख 85 हजार 887 अनटायड व टायड मद में जिले के सभी प्रखंडों में प्राप्त हुआ है। ताकि सबकी योजना सबका विकास के तहत गांव के सभी समुदायों के समेकित एवं सतत विकास को लेकर प्रखंड पंचायत डेवलपमेन्ट प्लान यानी बीपीडीपी तथा जिला परिषद में चयनित योजनाओं के क्रियान्वयन में राशि को व्यय किया जा सके। इस राशि को 15वीं वित्त आयोग के अनुशंसा के आलोक में अनटायड व टायड के अंतर्गत चयनित योजना पर व्यय किया जाएगा। विशेषज्ञों की माने तो जिले के 20 प्रखंड पंचायत समिति एवं जिला परिषद के बैंक खाता में राशि प्राप्त हो गया है। राशि प्राप्त होने के बाद ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर रिर्वस इंट्री का कार्य प्रारंभ करने पोर्टल पर लिंक खोला जाएगा। जिस पर रिर्वस इंट्री किया जाएगा। रिर्वस इंट्री होने के पश्चात जिला परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सह डीडीसी के डिजिटल हस्ताक्षर से एप्रुव किया जाएगा। इसके बाद भी राशि को गांव के विकास के लिए चयनित योजनाओं के क्रियान्वयन में व्यय किया जाएगा।
डिजिटल हस्ताक्षर से योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए राशि की होगी निकासी
प्रखंड पंचायत समिति यानी बीडीसी स्तर पर प्रखंडों में पदास्थापित प्रखंड विकास पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी एवं प्रमुख तथा जिला परिषद स्तर पर उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी व जिला पार्षद अध्यक्ष के डिजिटल हस्ताक्षर से चयनित योजनाओं के क्रियान्वयन में व्यय किया जाएगा। इसके पहले चयनित योजनाओं को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रविष्टि किया जाता है। फिर क्रियान्वित योजना पर व्यय करने का प्रावधान किया जाता है।
अनटायड के तहत चयनित योजना पर खर्च होगी राशि
त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के अंतर्गत गांव के विकास के लिए 15वीं वित्त आयोग के निर्देश के अनुसार अनटायड मद के तहत चयनित योजनाओं पर इस राशि का व्यय किया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायत, प्रखंड पंचायत एवं जिला पंचायत स्तर पर अनटायड के तहत योजनाओं के चयन किया जा चूका है। और इन योजनाओं को ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रविष्टि किया जा चुका है। जानकारी के अनुसार अनटायड के तहत सोलर स्ट्रीट लाईट, खेल मैदान, उद्यान, खुला जिम की व्यवस्था, आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुविधाओं का विकास, शवदाह गृह, विद्युत शवदाह गृह, बस-ऑटो स्टैंड, यात्रीशेड का निर्माण एवं सामुदायिक भवन का निर्माण आदि का प्रावधान किया गया है।
क्रियान्वित योजना का जियो टैगिंग के बाद हीं वेण्डर के खाते में जाएगी राशि
केन्द्र प्रायोजित 15 वित्त आयोग के अनुशंसा के आलोक में पंचायती राज संस्थाओं को प्राप्त राशि से गांव के विकास से संबंधित कार्य किया जाएगा। जानकारी के अनुसार गांव के विकास के लिए सबसे पहले ग्राम पंचायत स्तर पर जीपीडीपी, प्रखंड स्तर पर बीपीडीपी एवं जिला परिषद स्तर पर डीपीडीपी तैयार किया जा जाता है। जिसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर मुखिया के अध्यक्षता में आम सभा एवं प्रखंड पंचायत पंचायत समिति यानी बीडीसी स्तर पर प्रमुख के अध्यक्षता में बैठक एवं जिला परिषद स्तर पर चेयरमैन की अध्यक्षता में बैठक किया जाता है। जिसमें सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र के विकास के लिए टायड एवं अनटायड योजनाओं को चयनित कर प्रस्ताव देते है। जिसमें सर्वसम्मित से चयनित योजनाओं को ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रविष्टि किया जाता है। इन्हीं योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जियो टैगिंग किया जाता है। इसके बाद कनीय अभियंताओं द्वारा प्राक्कलन के आलोक में किये गये कार्य के आधार पर दर्ज मापीपुस्त के आलोक में वेण्डर के खाते में राशि भेजा जाता है।
ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर योजना चयनित कर जिला परिषद, पंचायत समिति व ग्राम पंचायत स्तर पर किया जा चूका है अपलोड
सबकी योजना सबका विकास के अंतर्गत ग्राम पंचायत डेवलपमेंट प्लान यानी जीपीडीपी प्रखंड स्तर प्रखंड पंचायत डेवलपमेंट प्लान यानी बीपीडीपी तथा जिला परिषद स्तर पर जिला पंचायत डेवलपमेंट प्लान यानी डीपीडीपी तैयार करने के लिए सभी स्तरो पर ग्राम सभा एवं बैठक आयोजित कर चयनित योजना को भी ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रविष्टि कर दिया गया है। अब त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं को राशि मिलने के उपरांत उसे गांव के सामुदायिक विकास के लिए प्राथमिकता के आधार पर चयनित योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए व्यय किया जाएगा। जिससे कि गांव का समेकित विकास हो सके।
टायड एवं अनटायड के तहत चयनित 29 प्रकार के योजनाओं पर खर्च की जाएगी राशि
त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के बैंक खाता में 15वीं वित्त आयोग के अनुशंसा के आलोक में राशि को दो घटकों में विभाजित किया जाएगा। इसमें पहला टायड यानी सम्बद्ध एवं दूसरा अनटायड यानी असम्बद्ध के रूप में निर्धारित होगा। जिसके अंतर्गत आवंटित योजनाओं को चयनित कर राशि व्यय किया जाएगा। अनटायड के तहत पंचायती राज संस्थाएं संविधान के 11वीं अनुसूची में निहित 29 विषयों एवं राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के अधीन स्थानीय स्तर पर तैयार किये गये योजनाओ पर व्यय किया जाएगा। वहीं टायड के तहत राज्य स्कीम एवं केन्द्र प्रायोजित योजनाओं के लिए खर्च किया जाएगा।
क्या है टायड और अनटायड
ई ग्राम स्वराज के बजट के आलोक में टाइट और अनटाइट में योजना को विभाजित किया गया है। जिसके अंतर्गत टाइड में 60% तथा अनटायर्ड में 40% की राशि से चयनित योजनाओं पर 15वीं वित से प्राप्त होने वाले राशि को व्यय किया जाएगा। जानकारी के अनुसार टायड के अंतर्गत ड्रिंकिंग वाटर एवं सेनिटेशन से संबंधित कार्यो की प्राथमिकता दी जाएगी। ई-ग्रामस्वराज में अंकित टायड बजट के आलोक में ड्रिंकिंग वाटर में 30 फीसद एवं सेनिटेशन में 30 फीसद राशि खर्च के अनुसार योजनाओं को चयनित करते हुए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर प्रविष्टी की गई है। जानकारो कि माने तो सेनिटेशन में शौचालय, सोखता, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन समेत स्वच्छता से संबंधित योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा। वहीं ड्रिंकिंग वाटर के अंतर्गत कुँआ निर्माण एवं जल स्रोत विकसित करने से संबंधित योजनाओं का चयन किया जाएगा। अगर जहां पर ड्रिंकिंग वाटर में योजना तैयार नहीं किया जाएगा, वहां के संबंधित कर्मी एवं पदाधिकारी को घोषणा पत्र देना होगा। इसके बाद अनटायड के अंतर्गत ई-ग्रामस्वराज में अंकित बजट राशि के आलोक में सड़क निर्माण, सोलर लाईट, चबुतरा निर्माण, खेल मैदान सहित अन्य योजनाओं को चयनित किया जाएगा।
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