गड़खा में दूध देकर वापस लौट रहे युवक को अनियंत्रित ट्रक ने रौंदा, मौत, मां जख्मी, आक्रोशित लोगों ने रोड जाम कर पुलिस पर किया पथराव, सीओ व खैरा थानेदार चोटिल
- दुघर्टना के विरोध में सात घंटे तक रोड जाम, आक्रोशित ग्रामीणों ने दो बार पुलिस पर किया पथराव
- एसडीओ, एएसपी सहित अन्य अधिकारी घटना स्थल पर डटे रहे
- मुआवजा राशि तत्काल देने की मांग पर हुआ विवाद
- पांच थानों की पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर किया नियंत्रण
गड़खा(सारण)। गड़खा-मानपुर मुख्य मार्ग पर मीठेपुर रसूलपुर के समीप सोमवार सुबह करीब नौ बजे अनियंत्रित ट्रक की ठोकर से एक युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने शव को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया। समझाने गई पुलिस पर पथराव किया। जिसमें गड़खा सीओ, खैरा थानाध्यक्ष एवं भेल्दी थाने के पुलिस कर्मी घायल हो गए। पांच थानों की पुलिस एवं उड़नदस्ता टीम ने स्थिति पर काफी मशक्कत के बाद काबू पाया। इस दौरान करीब 7 घण्टों तक सड़क जाम रही। प्राप्त जानकारी के अनुसार गड़खा थाना क्षेत्र के मीठेपुर गाँव राजेश्वर राय के 21 वर्षीय पुत्र राजू कुमार राय अपनी मां छठिया देवी के साथ रसूलपुर सुधा देहरी फार्म में दूध देकर वापस लौट रहा था। तभी गड़खा की ओर से तेज गति से आ रही अनियंत्रित ट्रक ने रसूलपुर के समीप युवक को रौंद दिया। जिसमें युवक की मौत हो गई व माँ भी जख्मी हो गई। मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर गड़खा-मानपुर मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। आक्रोशित ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजा देने एवं वाहन चालक को कड़ी सजा व विधायक मुनेश्वर चौधरी व सारण डीएम और एसपी को घटना स्थल पर बुलाने की मांग कर रहे थे। जाम लगने से सड़क की दोनो तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। घटना की सूचना मिलने के बाद गड़खा अंचलाधिकारी मो इस्लाम पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजन को 20 हजार एवं स्थानीय मुखिया अक्षय सिंह 3 हजार दिए। जैसे ही सीओ वापस लौट रहे थे। आक्रोशित ग्रामीणों ने सभी राशि तत्काल देने की मांग पड़ अड़ गए। तू-तू मैं-मैं करते-करते बवाल अधिक बढ़ गया। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें सीओ जख्मी हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद नगर थाना, भेल्दी, डोरीगंज, और खैरा की पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण करने की कोशिश में जुट गई।परंतु ग्रामीण शांत होने की बजाय एक बार पुनः आग बबूला हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें खैरा थानाध्यक्ष विकाश कुमार सिंह, भेल्दी थाने के जमादार सन्तोष जयसवाल जख्मी हो गए। सभी का इलाज गड़खा सीएससी में हुआ।
ग्रामीणों का आरोप पुलिस ने भिड़ाई पिस्तौल, लाठी से पीटा
आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस ने जब ग्रामीण सीओ से सभी राशि तत्काल मुहैया कराने की मांग कर रहे थे। तो सीओ ने कहा कि बनिया की दुकान है, आप जो बोलेंगे वही करेंगे।उसके बाद पुलिस ने गाली-गलौज करते धमकी देते हुए प्रदर्शनकारियों पर लाठी से पिटाई किया एवं पिस्टल बंदूक दिखा कर धमकी भी दिया। जिसके बाद ग्रामीण अपनी आपा खो आग बबूला हो गए और पुलिस पर पथराव करने लगे। बाद में ग्रामीणों ने एक वीडियो जारी करके सभी घटना के बारे में सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि स्थानीय विधायक सह पूर्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी के गांव के ही मृतक है। परंतु घटना के काफी घंटे बाद भी अभी तक विधायक, बीजेपी के पूर्व विधायक मुखिया कोई भी घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाया है।


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