इसुआपुर व तरैया के आधा दर्जन गांवों में संगम बाबा ने किया जनसंपर्क
- बाढ़ व कोरोना के तबाही के बीच विस्थापित परिवारों का भरण-पोषण एक बड़ी चुनौती: मुखिया
राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
तरैया (सारण)। तरैया विधानसभा में बाढ़ के तबाही के बाद विस्थापित लोग अपने रोज़ी रोज़गार को पुनः शुरू तो किये हैं। लेकिन उनके लिए परिवारों के भरण-पोषण करना एक बड़ी चुनौती बन गई है। वहीं कोरोना के चलते क्षेत्र के लाखों लोगों की नौकरी छूट गई है। लोग सरकार से मदद के आश में हर रोज़ प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगा रहें हैं कि कम से कम बाढ़ सहायता राशि तो प्राप्त हो सके। उक्त बातें मुखिया संगम बाबा ने इसुआपुर के रामचौरा, निपनिया, जयथर व तरैया के खराटी में जन संवाद के दौरान कहीं। उन्होंने बताया कि बहुत से बाढ़ पीड़ितों का सहायता राशि अभी तक उनके खाते में नहीं भेजी गई है। सरकार इस समस्या का तुरंत समाधान करें। इस मौके पर महेश्वर यादव, लालजी यादव, छोटू सिंह, टूटू सिंह, विवेक यादव, रुद्र प्रताप, सुजीत सुगनवा, शमीम अख्तर, रिजवान अंसारी, एम बाबा, अमन सिंह, निखिल सिंह, बंटी सिंह, राजेश राय, बिटटू राम मौजूद थे।


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