तरैया में बाढ़ रिटर्न से लोगों के चेहरे पर छायी मायूसी, विस्थापित होने को लोग मजबूर
- प्रशासनिक व्यवस्था भगवान भरोसे, लोगों में आक्रोश
रंजन श्रीवास्तव। राष्ट्रनायक प्रतिनिधि।
तरैया (सारण)। प्रखंड क्षेत्र में पुनः दूसरी बार बाढ़ के आने से लोगों के चेहरे पर मायूसी छायी हुई हैं। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर विस्थापित होने को मजबूर हैं। पिछली माह बाढ़ का तांडव देख चुके लोग काफी भयभीत नजर आ रहे हैं। लोग उस दृश्य को याद कर अभी से ही सुरक्षित व उच्चे स्थानों पर शरण लेने लगे हैं। वहीं लोगों का कहना है कि दूसरी बार बाढ़ आने की सूचना स्थानीय प्रशासन द्वारा नहीं दी गई। जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी प्रशासनिक व्यवस्था भगवान भरोसे दिख रही है। जिस कारण लोगों में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश व्याप्त हैं। प्रशासनिक स्तर पर अबतक पलायन कर रहे लोगों के लिए एक नाव तक कि व्यवस्था नहीं की गई है। स्थानीय पदाधिकारी वरीय अधिकारियों के दिशा निर्देश का इंजतार कर रहे है। बाढ़ के बीच घिर चुके लोग अपने जरूरत की चीजों व उच्चे स्थानों पर आने-जाने के लिए प्राईवेट नाव के सहारे किराया देकर आवागम कर रहे हैं। तरैया ठाकुरबाड़ी स्थित शिव मंदिर के समीप से लोग नाव के सहारे अपने गन्तव्य स्थानों को निकल रहे हैं। क्षेत्र में की गई प्रशासनिक व्यवस्था की जानकारी लेने के लिए तरैया अंचलाधिकारी सुश्री अंकु गुप्ता से सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश की गई। लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।


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