साेनपुर (सारण)- गर्मी का आहट होते के साथ सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के किसान सहित आम जनता और विशेषकर झुग्गी- झोपड़ी के मकान बनाकर रहने वाले दलित, कमजोर गरीब, एवं असहाय परिवार के लोग दहशत में हैं । यहां प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में अग्निकांड होता है और समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपए की क्षति होती है । इस वर्ष सोनपुर अनुमंडल स्थित अग्निशमन कार्यालय में पदस्थापित पदाधिकारी एवं कर्मी गण अभी से ही सक्रियता बढ़ने का संकल्प ले रखा है यहां के पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने एक मुलाकात में बताया की सोनपुर में संसाधन के कमी होने के बावजूद भी हम लोगों में आत्मबल की प्रबल इच्छा शक्ति है और यह संकल्प ले लिया हूं कि जहां भी जिस भी गांव में चाहे वह गरीब हो अमीर हो किसान हो मजदूर हो वहां अग्नि कांड होने की घटना मिलते के साथ तत्परता के साथ कुछ क्षण में हमारी टीम पहुंच जाएगी और धड़कते मकान, झोपड़ी ,खलिहान में लगे अनाज को पानी से बुझा कर संबंधित व्यक्ति को राहत पहुंचाने का काम करेगा ।
सोनपुर अग्निशमन कार्यालय में पदस्थापित पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अग्निशमन संवंधित सभी नंम्बर को जारी की है जो इस प्रकार है–मोबाईल नंम्बर– 7485805808, 7485805809 , अग्निशमन पदाधिकारी -9534959308 , चालक –9955913637,6204152594 , अग्निशमन सोनपुर केंद्र में करीब एक दर्जन कर्मियों कार्यरत हैं जिसमे –स0अ0अ0प0 –1 हवलदार -1, चालक -2, सिपाही -6,ग्राम रक्षक ( सहयोगी )-3 शामिल हैं । इनके लिए पीएचडी सोनपुर तथा सितलपुर पानी लेने की व्यवस्था है । सर्वाधिक चिंतनीय बात तो यह है कि सोनपुर अनुमंडल में स्थापित अग्निशमन केंद्र के कर्मियों के लिए किसी तरह के कैदे का कार्यालय नहीं है । महिला सिलाई प्रशिक्षण केंद्र भवन जो जर्जर अवस्था में है उसी में ए लोग किसी तरह अपना जीवन गुजार रहे हैं ऐसी स्थिति में जब भी बरसात आती है तो छत के ऊपर से पानी चुना शुरु हो जाता है लोग अपने पैसे से पॉलीथिन लगाकर किसी तरह बचाव करते हैं सोनपुर क्षेत्र के विभिन्न संगठन के लोगों ने बिहार सरकार से मांग किया है कि सोनपुर अनुमंडल में स्थापित अग्निशमन केंद्र के लिए अलग से कैदे का भवन एवं कार्यालय तथा कम से कम बड़े 4 गाड़ियों की व्यवस्था होनी चाहिए और विभाग की ओर से जो भी नियमानुसार सुख सुविधा होनी चाहिए वह सब उपलब्ध होना चाहिए जो आज नहीं है । सामाजिक कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि अगर सरकार इनकी व्यवस्था को दुरुस्त नहीं करती है तो इसके लिए हम समाजिक कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन एवं जन आंदोलन भी कर सकते हैं क्योंकि इन्हें समुचित व्यवस्था नहीं रहने के कारण सोनपुर क्षेत्र में जब भी अग्निकांड होता है वहां पहुंचने में अधिक समय लगता है तो देखते देखते धू-धू कर न केवल कच्चा मकान,फसलें, मानव और मवेशी भी जल जाता है ।
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