कोरोनावायरस के संदिग्ध या चिन्हित रोगियों के लिए सेनिटाइजड एम्बुलेंस की सुविधा होगी उपलब्ध
• एम्बुलेंस में कर्मियों को दी जाएगी कोरोनावायरस प्रोटेक्शन किट
• जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेज के लिए एक-एक 102 नंबर की एम्बुलेंस होंगे चिन्हित
• कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिखकर दिया निर्देश
पूर्णियाँ। कोरोनावायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में देश में भी कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या में इज़ाफा देखने को मिला है. राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बिहार में अभी तक एक भी कोरोनावायरस से पीड़ित मामले की पुष्टि नहीं हुई है. इसके मद्देनजर राज्य सरकार अधिक सतर्क भी है. इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग ने एक और नयी पहल करते हुए कोरोनावायरस के संदिग्ध या चिन्हित रोगियों के लिए राज्य के सभी जिलों में सेनिटाइजड एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. इसको लेकर कार्यपालक निदेशक स्वास्थ्य विभाग मनोज कुमार ने सभी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल सहित सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर विस्तार से जानकारी भी दी है.
जिला अस्पताल एवं चिकित्सा महाविद्यालय अस्पतालों में एक-एक एम्बुलेंस की सुविधा :
पत्र के माध्यम से राज्य के सभी जिला अस्पतालों एवं चिकित्सा महविद्यालय अस्पतालों में 102 नंबर की सेनिटाइजड एम्बुलेंस को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं. यदि भविष्य में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक होती है तो अतिरिक्त एम्बुलेंस को चिन्हित कर उपयोग में लाया जाएगा. इस एम्बुलेंस से ही संदिग्ध एवं चिन्हित रोगियों को अस्पताल या घर पहुँचाया जाएगा. एम्बुलेंस इस्तेमाल से पूर्व एवं बाद में इसे अच्छी तरह से सेनिटाइजड भी किया जाएगा. 102 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता के माध्यम से उनके जिला प्रतिनिधि(एसीओ) के नेतृत्व में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंटोल, भारत सरकार द्वारा निर्गत दिशा-निर्देश के अनुरूप चिन्हित एम्बुलेंस को दिन में 2 बार सेनिटाइजड किया जाएगा ताकि संक्रमण प्रसार को रोका जा सके.
एम्बुलेंस में कर्मियों को दी जाएगी कोरोनावायरस प्रोटेक्शन किट:
सिविल सर्जन डॉ मधुसूदन प्रसाद ने कहा कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण को देखते हुए संदिग्ध या चिन्हित रोगियों के परिवहन के लिए सेनिटाइजड एम्बुलेंस की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही एम्बुलेंस पर प्रतिनियुक्त एम्बुलेंस कर्मियों को सीओवीडी-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कोरोनावायरस प्रोटेक्शन किट भी प्रदान कराया जाएगा. इसके अलावा जिले के रैपिड रेस्पोंस टीम के प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनर इन कर्मियों को प्रशिक्षित भी करेंगे. इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में विश्व स्वस्थ्य संगठन के अधिकारीयों से सहयोग लेने के भी निर्देश दिए गए हैं.
इन बातों का रखें ख्याल:
• जब भी सर्दी जुकाम हो तो दूसरों के साथ नजदीकी संपर्क ना बनाएं. खुले में ना थूकें
• यदि आपको बुखार, सर्दी या सांस लेने में समस्या हो तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएँ एवं उन्हें बीते दिनों की यात्रा के बारे में बताएं
• यदि कोई व्यक्ति बीमार लग रहा हो और खांस या छींक रहा हो तो उससे कम से कम 2 मीटर की दूरी बनाएं
• संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथों को अच्छी तरह 20 से 30 सेकंड तक साबुन एवं पानी से धोएं या सैनिटाइजर का उपयोग करें
• ऐसे जानवरों के मांस सेवन करने से बचे जो बीमार थे या जिनकी मौत किसी बीमारी से हुयी हो
• हाथ धोये बिना अपनी आँखें, नाक और मुंह को न छुएं और किसी दूसरे व्यक्ति को भी न छुएं
5 सावधानियां रखेगी कोरोना वायरस से आपको सुरक्षित
• हाथ साफ़ रखें
• चेहरे पर मास्क का ठीक तरह से इस्तेमाल करें
• नियमित रूप से बुखार की जाँच करें
• भीड़ में जाने से बचें
• गंदे हाथों से चेहरा न छुएं
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