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कोरोना इंपैक्ट: किराना की लिस्ट में गिलोय, काली मिर्च व सैनिटाइजर पहले नंबर पर

कोरोना इंपैक्ट: किराना की लिस्ट में गिलोय, काली मिर्च व सैनिटाइजर पहले नंबर पर

  • कोरोना काल में बदला हमारा खान-पान व जीवन शैली, किराना की लिस्ट में शुमार हुए नये सामान

अररिया। कोरोना काल में हमारी जरूरते तेजी से बदली है. संक्रमण काल का असर हमारे जीवनशैली, खान-पान व जरूरत के सामानों पर देखा जा सकता है. अब हर माह के किराना सामानों की लिस्ट में कुछ नये सामान प्राथमिकता के आधार पर शुमार हो चुके हैं. लोग इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों की खरीदारी प्राथमिकता के आधार पर कर रहे हैं. इसमें हल्दी, काली मिर्च, गिलोय के साथ सैनिटाइजर प्रमुखता से शामिल हो चुका है. लोग अपने दैनिक कार्यकलाप के दौरान संक्रमण से बचाव के उपायों पर गंभीरता पूर्वक ध्यान दे रहे हैं. महीने के अंत में बनने वाली किराना सामानों की सूची में कुछ चीज प्रमुखता से अपना स्थान बनाने लगे हैं. लोगों के जीवनशैली व जरूरतों में आये बदलाव के लिये आयुष मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी भी काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ है. जिसमें कुछ चीजों को प्रमुखता से दैनिक आहार में शामिल करने की सलाह दी गयी थी. इसके बाद ही कुछ नये सामान हमारे हर माह के किराना सामानों की सूची में शामिल होने लगे.

ब्रांडेड कंपनी भी नये उत्पाद के साथ उतरी बाजार में 

संक्रमण के इस दौर में खाद्य पदार्थ बनाने वाली प्रमुख कंपनियां भी नये रंग रोगन में अपने नये उत्पाद को लेकर बाजार में उतर चुकी है. ब्रांडेड कंपनियां हल्दी, गिलोय, काली मिर्च, आजवाइन, मीठी लकड़ी, जैसे उत्पाद जिन पर पहले शायद उनकी नजर न पड़ी हो. लेकिन कोरोना संक्रमण के दौर में उन्होंने इन सामानों को अपने उत्पाद सूची में शामिल कर लिया. खास बात ये कि बड़ी कंपनियों ने इन उत्पादों को छोटे-छोटे पाउच में भी बाजारों में उतारा ताकि इस पर हर वर्ग के ग्राहकों की पहुंच सुनिश्चित करायी जा सके. गौरतलब है कि पहले इन सामाग्रियों की जरूरत लोगों का कभी कभार ही हुआ करता था. जो अब लोगों के दैनिक आहार में शुमार हो चुका है. लोगों के आहार संबंधी आदतों में आये बदलाव के कारण ही ब्रांडेड कंपनियों को अपनी रणनीति में बदलाव के लिये मजबूर होना पड़ा. इसमें पैक्ड फूड आइटम बनाने वाली कंपनियों ने इसे अपने लिये एक अवसर के तौर पर इस्तेमाल में कोई कसर नहीं छोड़ा. परिणाम देखा जाय तो अब पैक्ड हल्दी, हल्दी जिंजर, टर्मरिक हल्दी, च्वनप्राश जैसी खरीदारों की सूची में पहले स्थान पर जा पहुंचा. संक्रमण काल में बाजार में आया यह बदलाव व्यवसायिक लिहाज से पैक्ड फुड बनाने वाली कंपनियों के लिये बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है.

किराना की सूची में जुड़ गये सैनिटाइजर, हैंडवॉश व साबुन :

किराना सामान विक्रेता अजय कुमार बताते हैं कि कोरोना संकट के दौर में लोगों के खान-पान की आदतों में आये बदलाव का व्यापक असर होम अप्लाइयसेंस के क्षेत्र में देखा जा सकता है. पुरानी चीजें तो यथावत है. लेकिन कुछ नयी चीजों की मांग अचानक उछाल सा आ गया है. इसमें साबुन, हैंडवाश, सैनिटाइजर, एंटीवर्म डिटर्जेंट, फ्रैब्रिक कंडीशनर, वेजिटेबल व फ्रुट वॉश लिक्विड प्रमुख हैं. फिलहाल इसकी काफी डिमांड है. बीते कुछ समय इन चीजों का उत्पाद व बिक्री तेजी से बढ़ी है. क्योंकि इन चीजों की मांग काफी अधिक है. लिहाजा सभी छोटी-बड़ी कंपनियां इस तरह के उत्पाद बाजार में उतार रहे हैं. ये सारे सामान लोगों के महीना भर के किराना सामान की सूची में अपनी पुख्ता जगह बना चुका है.

वैश्विक महामारी को हराने के लिये लोगों का व्यवहार परिवर्तन जरूरी :

सामाजिक कार्यकर्ता सतेंद्र शरण कहते हैं कि कोई भी सामाजिक बुराई हो या महामारी सफलता पूर्वक इसका सामना करने के लिये लोगों के व्यवहार में परिवर्तन जरूरी होता है. कोरोना संकट ने भी लोगों को अपने व्यवहार व आदतों में परिवर्तन के लिये बाध्य किया है. इसे बेहद साकारात्मक तौर पर लेने की जरूरत है. महामारी के शुरूआती दौर से ही लोगों को अपने व्यवहार में परिवर्तन के लिये जागरूक किया जा रहा है. इसका असर अब स्पष्ट दिखने लगा है. यही कारण है कि जिले में कोरोना के मामले में नियंत्रित होते दिख रहे हैं.

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