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रबी सब्जी के बुआई में उन्नत किस्म के बीज का करे प्रयोग, 30 फीसद अधिक होगी पैदावार

रबी सब्जी के बुआई में उन्नत किस्म के बीज का करे प्रयोग, 30 फीसद अधिक होगी पैदावार

  • बीजों का उपचार कर खेतों में करें बुआई

कशिश भारती की रिपोर्ट
छपरा(सारण)। सब्जी की खेती नकदी फसलें है। कृषि में उत्पादन बढ़ाने में बीज सबसे सस्ता व महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। पारंपरिक तरीके से खेती करने में प्रयोग किए जाने वाले बीजों के अपेक्षा उन्नत किस्म के प्रमाणित बीज का व्यवहार से रबी सब्जीयों के करीब 30 फीसद अधिक पैदावार होती है। जानकारी के अनुसार उन्नत किस्म के बीजों का उत्पादन राज्य बीज निगम, सरकारी कृषि प्रक्षेत्रों तथा किसानों के प्रक्षेत्रों में किया जाता है। जिसे राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा ही बीजों को प्रमाणित किया जाता है। ऐसें बीज उन्नत श्रेणी के होते है। इसकी जानकारी देते हुए कृषि विशेषज्ञ सह जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. के.के. वर्मा ने बताया के रबी सब्जी की खेती में उन्नत किस्म के प्रमाणित बीजों की बुआई करने से करीब 25 से 30 फीसद तक पैदावार बढ़ जाता है। अच्छे बीजों में अंकुरण क्षमता अधिक होती है। इससे किसानों को बीज में कम खर्च होता है और अधिक पैदावार भी होती है।
नवंबर माह में इल फसलों की होती है बुआई
गेहूं व रबी सब्जियों की बुआई नवंबर तक किया जाता है। इस माह में रबी(गेहूं) फसल के अलावें मटर, मूली, गाजर, पालक, पता गोभी व आलू सहीत कई अन्य प्रकार के फसलों की बुआई की जाती है। फसलों की बुआई को लेकर कृषि विभाग के अफसर से लेकर किसान सलाहाकर तक तैयारी में लगे हुए है।

ऐसे करें बीजों का उपचार
बीजों के उपचार के लिए फफुंदीनाशी कैप्टन 50 प्रतिशत, घुलनशील चूर्ण या थिरम 75 प्रतिशत व घुलनशील चूर्ण को ढ़ाई ग्राम प्रति किलों बीज में अच्छी तरह से मिला दिया जाता है। साथ ही ट्राईकोडरमा चार ग्राम प्रति किलो बीज में मिलाकर भी उपचार किया जाता है।

रबी सब्जियों की उन्नत खेती में इन बिन्दूओं पर दें विशेष ध्यान

  • खेती करने से पहले किसान मिट्टी की जांच आवश्य करायें। ताकि सही मात्रा में खाद एवं उर्वरक के प्रयोग में आसानी होती है।
  • उन्नत किस्म का बीज राष्ट्रीय बीज निगम, बिहार बीज निगम, कृषि विश्वविद्यालय या रजिस्टर्ड बीज विक्रेता से ही बीज खरीदना चाहिए।
  • संतुलित मात्रा में ही उर्वरक का प्रयोग करना चाहिए।
  • बीज को शोधित कर ही खेतों में बोना चाहिए।
  • फसल कतार में ही लगायें।
  • पौधा रोपण का कार्य दोपहर के बाद यानि शाम में ही करें।
  • फसल के अच्छी तरह जम जाने के बाद शाखाएं फुटने वक्त, फुल-फलन के पहले तथा फल बढ़ने या बीज बनने के समय सिंचाई जरूर करें।
  • फसल वाले खेत को खरपतवार से साफ रखें तथा कीट एवं व्याधि से बचाव के लिए उचित व्यवस्था करें।
  • फल तुड़ाई या कटाई के बाद ही किटनाशक दवाओं का प्रयोग करना चाहिए।

क्या कहते है अफसर
रबी सब्जी की खेती में उन्नत किस्म के प्रमाणित बीजों की बुआई करने से करीब 25 से 30 फीसद तक पैदावार बढ़ जाता है। इसके लिए जिले के सभी किसान सलाहकरों को निर्देश दिया गया है कि किसानों को उन्नत किस्म का बीज राष्ट्रीय बीज निगम, बिहार बीज निगम, कृषि विश्वविद्यालय या रजिस्टर्ड बीज विक्रेताओं से खरीदकर बोने की अपील करें।
डॉ. के.के. वर्मा, जिला कृषि पदाधिकारी, सारण।

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