बंगाल से अपहृत नाबालिग तीन बच्ची पटेढ़ा आर्केस्ट्रा संचालक के पास बरामद, संचालक व संचालिका गिरफ्तार
- बरामद बच्ची को छपरा चाइल्ड होम में किया गया आवासित
- 2 नवंबर को बंगाल में आर्केस्ट्रा संचालक के खिलाफ हुआ था एफआइआर
- महिला संचालक बोली बच्ची के पिता से खरीदकर लाया गया
- दिल्ली के महिला आयोग, बाल संरक्षण आयोग की टीम ने एसपी से मिलकर की छापेमारी
- छापेमारी टीम में खैरा पुलिस भी शामिल
- सितम्बर में दिल्ली से अपहृत बच्ची को खैरा के बीडीसी खरीद कर आर्केस्ट्रा में करा रहा था काम
छपरा(सारण)। नगरा प्रखंड के खैरा थाना क्षेत्र के पटेढ़ा में बंगाल से अपहृत नाबालिग बच्ची को आर्केस्ट्रा संचालक के पास से गिरफ्तार किया गया है। नाबालिक बच्ची को बरामद करने के लिए दिल्ली के महिला आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग की टीम ने सारण के पुलिस अधीक्षक से मिलकर संयुक्त रूप से छापेमारी कर पटेढ़ा से आर्केस्ट्रा संचालक के पास से तीन नाबालिग बच्चियों को बरामद किया है। छापेमारी के दौरान खैरा पुलिस भी शामिल थी। मिली जानकारी के अनुसार अपहृत बच्चे के पिता ने बंगाल में गत 2 नवंबर को अपहरण का नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें पटेढ़ा के आर्केस्ट्रा संचालक सोनू मिश्रा को नामजद किया था। इसके बाद दिल्ली में महिला आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग में शिकायत दर्ज कराई। जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों टीम ने एसपी से संपर्क किया। एसपी के निर्देश पर खैरा पुलिस के सहयोग से टीम ने छापेमारी कर आर्केस्ट्रा संचालक सोनू मिश्रा एवं एक महिला संचालिका को भी गिरफ्तार किया एवं उसके साथ नाबालिग तीन बच्ची को भी मुक्त कराते हुए बरामद किया है। सभी बच्चियों को छपरा चाइल्ड होम में आवासित किया गया है।
महिला संचालिका बोली- बच्ची के पिता से खरीदकर लाया
खैरा थाना क्षेत्र के पटेढ़ा स्थित आर्केस्ट्रा से महिला आयोग एवं बाल संरक्षण आयोग एवं खैरा पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर तीन बच्चियों को मुक्त कराया गया है। साथ ही महिला संचालिका तनु कुमारी व कोपा थाना क्षेत्र के घोघवलिया गांव निवासी संचालक सोनू मिश्रा को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा पूछताछ में महिला संचालिका ने बताया कि बच्ची के पिता से ही खरीद कर लाया गया था। जिसमें बच्चियों से आर्केस्ट्रा में काम कराने की बात तय की गई थी। हालांकि संचालक सोनू मिश्रा इस बाबत अभी तक कुछ भी नहीं बोला है।
क्या है पुरा मामला
पश्चिम बंगाल निवासी विशु डे ने पश्चिम बंगाल में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि उनकी नाबालिक लड़की को अपहरण कर लिया गया है। इस बात की सूचना पर पश्चिम बंगाल पुलिस, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग महिला व बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के नई दिल्ली कार्यालय को सूचित किया गया। सूचना मिलते ही एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह को उक्त लड़की को मुक्त कराने टीम बनाई। उनके द्वारा छपरा चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्यों के सहयोग से खैरा थाना पहुंचकर सूचना दी गई और इस एसपी धूरत सायली सांवलाराम राम के निर्देश पर खैरा थानाध्यक्ष ने एएसआई मोहम्मद आफताब आलम के नेतृत्व में टीम का गठन कर उक्त आर्केस्ट्रा संचालक के यहां छापेमारी की गई। जिसमें विशु डे के पुत्री सहित अन्य दो नाबालिग लड़कियों को भी आर्केस्ट्रा संचालक के यहां से बरामद किया गया।
बरामद बच्ची का सदर अस्पताल में में हुआ मेडिकल जांच
आर्केस्ट्रा से बरामद तीनों नाबालिग बच्चियों को टीम ने छपरा सदर अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। जहां मेडिकल जांच कराया गया है।
बंगाल पुलिस को दी गई बच्ची के बरामद की सूचना
आर्केस्ट्रा संचालक पश्चिम बंगाल निवासी तनु कुमारी एवं सारण जिले के कोपा थाना क्षेत्र के घोघवलिया गांव निवासी सोनू मिश्रा को खैरा थाना के हवाले करते हुए जेल भेज दिया गया है। इसको लेकर पश्चिम बंगाल पुलिस को सूचित कर दिया गया।
छपरा चाइल्ड होम में आवासित की गई बच्ची
मिशन मुक्ति फाउंडेशन के डायरेक्टर वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कराने के बाद उक्त लड़कियों को बालिका गृह छपरा में रखा जाएगा। उसके बाद पश्चिम बंगाल की पुलिस आ कर अपनी कार्यवाई करेगी। उक्त बातों की जानकारी खैरा थाना के पदाधिकारी विजेंद्र प्रसाद ने दी।
फ्लैसबैक: सितम्बर में खैरा बीडीसी प्रतिनिधि ने आर्केस्ट्रा में लड़की नचाने के लिए 1.10 लाख में खरीदा था नाबालिग बच्ची, पुलिस ने किया था गिरफ्तार
प्रखंड के खैरा थाना के खैरा पंचायत के जनप्रतिनिधि पर दिल्ली की एक लड़की की खरीदारी कर जबरदस्ती डांस प्रोग्राम कराने व पैसा, मोबाइल छिनने का आरोप लगा है। खैरा पुलिस को दिल्ली के तिलक नगर निवासी लड़की ने लिखित शिकायत करते हुए कही है कि 12 फरवरी 2020 को 25 वर्षीय संजू शर्मा पति सूरज सिंह जो नजफगढ़ निवासी हैं, उनसे मुलाकात हुई और उन्होंने कहा कि प्रोग्राम में काम करने के लिए चलो तुमको 15 सौ रुपया एक कार्यक्रम का मिलेगा।
इस बात पर तैयार हो कर 13 फरवरी 2020 को संजू शर्मा व संतोष यादव उर्फ संतोष पासवान के साथ आ कर 14 फरवरी को संतोष यादव के घर दिल्ली में रही, फिर 15 फरवरी को संजू शर्मा व संतोष यादव ने पैसे का लालच देकर दिल्ली से दोनों अपने साथ लेकर छपरा जिले के खैरा थाना निवासी सह खैरा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य यानी बीडीसी दिलीप कुमार के हवाले कर रुपया लेकर वापस दिल्ली चले गए।
यहां दिलीप मुझे तंग करने लगे तथा खाना-पीना नही देते तथा जबरन और पैसे भी नहीं देते थे तथा मेरा मोबाइल भी छीन कर रख ले लिए थे। जिससे घरवालों से सम्पर्क हो सके। वही मौका पाकर अपनी मां को फोन पर घटना की जनाकारी दी। तब दिल्ली से मेरी मां आकर पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दिलीप के पास से बरामद कर थाना लाई। वही बाद में मुझे पता चला कि उक्त तीनों व्यक्ति मिलकर मुझे धोखा में रख कर मेरा एक लाख दस हजार में बेच दिए। इस संबंध में थानाध्यक्ष विकास कुमार सिंह ने बताया कि लड़की के फर्द बयान पर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया तथा लड़की के बयान के लिए कोर्ट भेजा गया है।


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